अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का क्रेडिट लिया। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रुकवा दिया। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 'बहुत शानदार' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर युद्ध जारी रहा तो ट्रेड डील पर रोक लगा दी जाएगी।
व्हाइट हाउस में मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग में ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच चले इस सैन्य टकराव में 7 या उससे ज्यादा लड़ाकू विमान मारे गए थे।
ट्रंप ने कहा, 'मैंने देखा कि वे लड़ रहे थे, फिर मैंने देखा कि सात विमान मार गिराए गए। मैंने कहा, 'यह अच्छी बात नहीं है।' ये तो बहुत सारे विमान हैं। आप जानते हैं, 15 करोड़ डॉलर के विमान मार गिराए गए। बहुत सारे। सात, शायद उससे भी ज्यादा। उन्होंने असली संख्या तो बताई ही नहीं।'
इससे पहले ट्रंप ने इस टकराव में 5 लड़ाकू विमानों के मारे जाने का दावा किया था। ट्रंप यह भी दावा करते रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस संघर्ष को खत्म करने के लिए उन्होंने ट्रेड का इस्तेमाल किया था।
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मोदी की तारीफ, PAK को चेतावनी
मंगलवार को व्हाइट हाउस में कैबिनेट मीटिंग में ट्रंप ने कहा, 'मैं भारत के एक बहुत ही शानदार व्यक्ति, नरेंद्र मोदी से बात कर रहा था। मैंने उनसे पूछा कि आपके और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है? फिर मैंने पाकिस्तान के साथ व्यापार के बारे में बात की और पूछा कि आपके और भारत के बीच क्या हो रहा है? यह विवाद सैकड़ों सालों से, कभी-कभी अलग-अलग नामों से, चलता आ रहा है।'
ट्रंप ने कहा, 'मैंने कहा, ये क्या हो रहा है? मैं आपके साथ कोई ट्रेड डील नहीं करना चाहता। आप परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं। आप इसी में फंस जाएंगे। मैंने कहा कि कल फोन करना लेकिन हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करने वाले। हम आप पर इतना टैरिफ लगाएंगे कि आपका सिर घूम जाएगा।'
उन्होंने आगे कहा, '5 घंटे में ही सब हो गया। अब शायद यह फिर से शुरू हो जाए। मुझे नहीं पता। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो मैं इसे रोक दूंगा। हम ऐसी चीजें नहीं होने दे सकते।'
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ट्रंप बोले- न्यूक्लियर वॉर का खतरा था
मंगलवार को व्हाइट हाउस में साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे यूंग के साथ ट्रंप ने बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान की जंग रुकवाने का क्रेडिट लिया।
ट्रंप ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान न्यूक्लियर वॉर की तरफ बढ़ रहे थे। उन्होंने पहले ही 7 जेट मार गिराए थे। यह बहुत भयंकर था। मैंने कहा कि आप व्यापार करना चाहते हैं या नहीं? अगर आप लड़ते रहे तो हम आपके साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे। आपके पास इसे निपटाने के लिए 24 घंटे हैं।'
उन्होंने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने के लिए ट्रेड का इस्तेमाल किया था।
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सीजफायर में ट्रंप का कोई रोल नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच अप्रैल-मई में जबरदस्त तनाव बढ़ गया था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 7 मई को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। लगभग 25 मिनट तक चले इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया था।
इस ऑपरेशन से पाकिस्तान ने बौखलाकर भारत पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था।
4 दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव चलता रहा। आखिरकार 10 मई को पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO को फोन कर सीजफायर की अपील की। इसके बाद भारत और पाकिस्तान में सीजफायर हुआ।
इस सीजफायर का क्रेडिट ट्रंप बार-बार लेते रहे हैं। हालांकि, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में कह चुके हैं कि सीजफायर के लिए किसी का दबाव नहीं था। पाकिस्तान की अपील पर ही सीजफायर किया गया था।