logo

ट्रेंडिंग:

हजारों साल जारी रहेगा कश्मीर विवाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने किया नया दावा

डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर इशारा किया है कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव में दखल नहीं देंगे। दोनों देश, आपसी सहमति से मुद्दों को सुलझा लेंगे।

Donald Trump

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प। (Photo Credit: White House)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है, उन्होंने कहा है कि यह सबसे बुरी घटनाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा से तनाव रहा है लेकिन दोनों देश, इसे आपसी बातचीत से सुलझाने में सक्षम हैं। 

डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'मैं भारत के करीब हूं, मैं पाकिस्तान के भी बेहद करीब हूं। कश्मीर को लेकर वे हजारों साल से लड़ रहे हैं। कश्मीर हजारों साल तक विवादित रहेगा, हो सकता है कि उससे भी ज्यादा। जो हुआ (आतंकी हमला), वह बुरा था।'

डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'वहां 1500 वर्षों से तनाव है। यह ऐसा ही है, लेकिन मुझे भरोसा है कि वे किसी न किसी तरीके से इसे सुलझा लेंगे। मैं दोनों नेताओं को जानता हूं। पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव रहा है लेकिन यह हमेशा है।'

यह भी पढ़ें: पहलगाम हमला: अमेरिका की 4 साल पुरानी चूक कैसे बनी आतंकियों की ताकत

कितना पुराना है कश्मीर विवाद?
देश की आजादी के वक्त, जम्मू-कश्मीर रियासत को भारत या पाकिस्तान में शामिल होने का विकल्प दिया गया। कश्मीर के महाराजा ने भारत के साथ विलय का फैसला किया, लेकिन पाकिस्तान ने इसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद 1947-48 में पहला भारत-पाक युद्ध हुआ। तब से कश्मीर दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा विवाद बना हुआ है। पाकिस्तान ने कश्मीर के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्जा किया है।


ट्रम्प ने यह क्यों कहा?
भारत कश्मीर को अपना अभिन्न अंग मानता है। पाकिस्तान, कश्मीर की स्वायत्तता तो स्वीकार करता है लेकिन अवैध रूप से काबिज है। पाकिस्तान कश्मीर को खोना नहीं चाहेगा, भारत कभी कश्मीर, पाकिस्तान को सौंपेगा नहीं। दोनों देशों के बीच आपसी सहमति से ही राह निकल सकती है लेकिन दोनों देश, इसके लिए इच्छुक नहीं है। भारत की मांग है कि पाकिस्तान अपना अवैध कब्जा छोड़ दे, पाकिस्तान ऐसा नहीं करता नजर आ रहा है।

26 नागरिकों ने गंवाई है जान
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में 26 लोग मारे गए हैं। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पर्यटकों पर हुए हमले में भारत का मानना है कि पाकिस्तान की संलिप्तता है। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक है।

यह भी पढे़ं: 42 साल तक विदेश में फंसे रहे, समझिए पासपोर्ट खो जाना कितना खतरनाक है


हमले के बाद भारत ने क्या किया?

हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते तो रद्द कर दिया है। यह साल 1960 में हुआ एक समझौता है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों के पानी के बंटवारे से संबंधित है। भारत ने इसे तब तक रोक दिया, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन पूरी तरह बंद नहीं करता।

भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग में मौजूद सैन्य, नौसेना और वायुसेना के सलाहकारों को एक सप्ताह के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है। अटारी सीमा चौकी को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया गया है। 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द किए जाएंगे, 48 घंटे के भीतर उन्हें देश छोड़ना होगा। भारत ने पाकिस्तान में रह रहे अपने नागरिकों को वापस लौटने की सलाह भी दी है।

यह भी पढ़ेंभारत पर हमला करने वाले आतंकियों को कौन और कैसे तैयार करता है?


पाकिस्तान ने क्या किया?

पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जिससे उड़ानों को लंबा रास्ता लेना पड़ रहा है। पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी व्यापार, यहां तक कि तीसरे देशों के जरिए होने वाले व्यापार को भी रोक दिया।

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap