कंबोडिया और थाईलैंड के बीच चल रहे संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि थाईलैंड और कंबोडिया सीजफायर के लिए बैठक करने पर राजी हो गए हैं। ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं से बातचीत के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, 'दोनों पक्ष तुरंत सीजफायर और शांति चाहते हैं।' ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया को व्यापार समझौता नहीं करने धमकी भी दी। उनका कहना है कि जब तक लड़ाई नहीं थमेगी तब तक कोई व्यापार समझौते पर बातचीत नहीं की जाएगी। बता दें कि 1 अगस्त से थाईलैंड और कंबोडिया पर 36 फीसदी तक अमेरिका टैरिफ लगा सकता है।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल मीडिया पर लिखा, 'अभी-अभी कंबोडिया के प्रधानमंत्री से बात की। बातचीत थाईलैंड के साथ युद्ध विराम पर हुई। मैं एक कठिन माहौल को सरल बनाने की कोशिश कर रहा हूं।' कुछ समय बाद ही ट्रंप ने एक और पोस्ट किया। इसमें लिखा, 'अभी-अभी मैंने थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से बात की। बातचीत बेहद अच्छी रही। थाईलैंड भी कंबोडिया की तरह तुरंत युद्धविराम और शांति चाहता है। अब मैं यह संदेश कंबोडिया के प्रधानमंत्री तक पहुंचाने जा रहा हूं।'
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मलेशिया ने की मध्यस्थता की पेशकश
ट्रंप ने दावा किया कि दोनों पक्ष तत्काल युद्ध विराम पर बातचीत करने पर तुरंत राजी हो चुके हैं। वे अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता पर भी बातचीत करना चाहते हैं। हमें लगता है कि ज तक लड़ाई बंद नहीं होगी तब तक यह अनुचित है। बता दें कि कंबोडिया और थाईलैंड एक-दूसरे पर तोप और हवाई जहाज से हमला करने में जुटे हैं। संघर्ष को बढ़ता देख संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की। चीन ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच मौजूदा संघर्ष पर चिंता व्यक्त की। मलेशिया ने दोनों देशों से न केवल पीछे हटने की अपील की बल्कि मध्यस्थता की भी पेशकश की है।
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अब तक हजारों लोग विस्थापित
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच गुरुवार को सैन्य झड़प शुरू हुई। खास बात यह है कि पहली बार थाईलैंड के तटीय प्रांत ट्राट और कंबोडिया के पुरसात प्रांत में संघर्ष देखने को मिला है। यह इलाका विवादित सीमा से लगभग 100 किमी की दूरी पर स्थित है। पहले सैन्य झड़पें सीमा रेखा के आसपास ही होती थीं। संघर्ष में अब तक थाईलैंड में 10 और कंबोडिया में 13 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं लगभग 1,50,000 से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।