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'मेरे रिजॉर्ट से जवान लड़कियां चुराता था एपस्टीन', ट्रंप का दावा

यौन अपराधी एपस्टीन से दोस्ती रखने के मामले में खुद को बचाने के लिए ट्रंप ने एक और कोशिश की है। उन्होंने एपस्टीन पर आरोप लगाया कि उसने उनके मार-ए-लागो रिजॉर्ट से मनाही के बावजूद कई यंग फीमेल वर्कर्स को हायर किया था।

jeffery epstein with donald trump

अमेरिका की सड़कों पर लगे डोनाल्ड ट्रंप और जेफरी एपस्टीन के पोस्टर, Photo credit- Social Media

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से दोस्ती को लेकर विवादों में घिर रहे हैं। ऐसे में वह पूरी कोशिश कर रहे हैं जिससे यह साबित कर सकें कि उन्होंने एपस्टीन से दोस्ती तोड़ ली थी। इसी कड़ी में ट्रंप ने मंगलवार को एपस्टीन पर आरोप लगाया है कि वह उनके मार-ए-लागो रिजॉर्ट से जवान महिला कर्मचारियों को चुरा लेता था। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वर्जीनिया जियोफ्रे भी उन लोगों में शामिल थी, जिन्हें एपस्टीन ने उनके रिजॉर्ट से चोरी किया था। वर्जीनिया जियोफ्रे, एपस्टीन पर आरोप लगाने वालों में सबसे अहम थीं। 

 

ट्रंप ने वर्जीनिया की मौत के बाद यह बयान दिया है। ट्रंप ने यह भी कहा कि एपस्टीन मार-ए-लागो के स्पा से लोगों को हायर करता था। जब उन्हें इस बारे में पता चला तो उन्होंने एपस्टीन को ऐसा नहीं करने को कहा। उन्होंने एपस्टीन कहा था, 'चाहे स्पा के लिए हो या किसी और काम के लिए वह मार-ए-लागो से लोगों को हायर नहीं कर सकता।' हालांकि, एपस्टीन ने उनकी बात नहीं मानी और उनके रिजॉर्ट से लोगों को हायर करना जारी रखा। 

 

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कौन थीं वर्जीनिया जियोफ्रे?

दरअसल, वर्जीनिया जियोफ्रे के आरोपों के बाद ही एपस्टीन के यौन अपराधों का पर्दाफाश हुआ था। उसने आरोप लगाया था कि एपस्टीन ने उन्हें ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था और उसे जबरन वेश्यावृति में धकेला। उस वक्त वह सिर्फ 15 साल की थीं। वर्जीनिया जियोफ्रे की मौत हो चुकी है। एक सड़क हादसे के बाद से वह किडनी फेलियर की समस्या से जूझ रही थीं। 

 

इसके बाद इसी साल अप्रैल में उनकी मौत हो गई थी। उनके परिवार वालों ने बताया था कि वर्जीनिया ने अपने फार्म पर आत्महत्या कर ली। वह जीवनभर शारीरिक शोषण और यौन तस्करी से जूझती रहीं।

 

एक तरफ जहां ट्रंप यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने एपस्टीन को उनके रिजॉर्ट से लोगों को हायर करने से मना किया था। वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक एपस्टीन ने वर्जीनिया को साल में हायर किया था और 2002 में उनसे संपर्क तोड़ लिया था जबकि 2002 में एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने एपस्टीन की तारीफ की थी और उसे एक बेहतरीन इंसान बताया था। 

 

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वर्जीनिया की कोशिशों से पकड़ा गया था एपस्टीन

वर्जीनिया जियाफ्रे के खुलासे के बाद ही साल 2019 में एपस्टीन को गिरफ्तार किया गया था। उस पर कई नाबालिग लड़कियों की तस्करी, यौन उत्पीड़न और जबरदस्ती के आरोप लगे। उसे न्यूयॉर्क की एक जेल में रखा गया।

 

10 अगस्त 2019 को उसकी जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। आधिकारिक तौर पर इसे ‘आत्महत्या’ माना गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि यह हत्या थी क्योंकि एपस्टीन के पास कई हाई-प्रोफाइल लोगों के राज थे।

 

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एपस्टीन पर क्या-क्या आरोप थे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपस्टीन के पास एक प्राइवेट प्लेन था। इसे ‘लोलिता एक्सप्रेस’ कहा जाता था। आरोप है कि इस प्लेन का इस्तेमाल नाबालिग लड़कियों को उसके प्राइवेट आइलैंड पर ले जाने के लिए होता था। एपस्टीन के इस आइलैंड का नाम लिटिल सेंट जेम्स था।

 

जनवरी 2024 में एक अमेरिकी कोर्ट ने जेफ्री एपस्टीन से जुड़े कुछ दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन और ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों के नाम थे। 

 

इसमें बिल क्लिंटन और प्रिंस एंड्रयू के साथ एपस्टीन की पुरानी दोस्ती का भी जिक्र किया गया था। एपस्टीन के मुताबिक क्लिंटन को कम उम्र की लड़कियां पसंद थीं। हालांकि, क्लिंटन के खिलाफ कोई गलत आरोप साबित नहीं हो पाया।

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