FBI के निदेशक काश पटेल ने मंगलवार को पुष्टि की कि अमेरिका में दो चीनी नागरिकों को एक खतरनाक जैविक रोगाणु की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने इस मामले को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) द्वारा अमेरिकी संस्थानों में घुसपैठ की गंभीर चेतावनी बताया।
काश पटेल ने बताया कि अमेरिका में रहने वाली चीनी नागरिक युनकिंग जियान पर एक खतरनाक फंगस Fusarium graminearum की तस्करी का आरोप है। यह फंगस खेती में भारी नुकसान पहुंचाने वाली है और इसे "एग्रो टेररिज्म एजेंट" यानी कृषि आतंकवाद का जरिया माना जाता है।
क्या है Fusarium graminearum फंगस?
Fusarium graminearum एक प्रकार की फंगस है जो अनाज की फसलों को संक्रमित करती है। यह फसल की गुणवत्ता घटाती है और जहरीले तत्व (mycotoxins) उत्पन्न करती है जो इंसानों और जानवरों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। यह गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी फसलों में 'हेड ब्लाइट' नामक बीमारी फैलाती है, जिससे इंसानों और जानवरों दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इस बीमारी के कारण दुनिया भर में हर साल अरबों डॉलर का नुकसान होता है।
यह भी पढ़ें: रूस पर यूक्रेन का एक और हमला, क्रीमिया में पुल के खंभों में विस्फोट
FBI के अनुसार, युनकिंग जियान ने यह फंगस अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय में रिसर्च के लिए लाई थी, जहां वह काम करती है। जांच से यह भी पता चला है कि उसे इस रिसर्च के लिए चीनी सरकार से फंडिंग मिली थी और उसने सीसीपी के प्रति वफादारी भी जताई थी।
जियान के बॉयफ्रेंड जुनयोंग लियू को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। वह चीन की एक यूनिवर्सिटी में इसी फंगस पर शोध करता है और माना जा रहा है कि उसने भी यह फंगस, डेट्रॉइट एयरपोर्ट के जरिए अमेरिका में तस्करी कर रिसर्च के लिए लाया था। पहले उसने इस बात से इनकार किया लेकिन बाद में सच्चाई कबूल की।
इन दोनों पर साजिश, अवैध वस्तुओं की तस्करी, झूठे बयान देने और वीज़ा धोखाधड़ी जैसे कई गंभीर आरोप लगे हैं।
काश पटेल ने कही ये बात
काश पटेल ने कहा, 'यह घटना साफ संकेत देती है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमेरिकी संस्थानों में अपने लोगों को भेजकर न केवल जानकारी हासिल कर रही है, बल्कि हमारे खाद्य सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को भी खतरे में डाल रही है। हालांकि, FBI सतर्क है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करती रहेगी।'
यह घटना अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच सामने आई है। हाल ही में अमेरिका ने चीन पर व्यापार समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था, जिसे चीन ने सिरे से खारिज किया।