बांग्लादेश में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त केएम नूरुल हुदा को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से पहले उनके आवास पर लोगों की भीड़ ने हमला किया। उन्हें अंडे और जूतों से मारा गया। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने गिरफ्तारी से कुछ घंटों पहले ही चुनाव में धांधली के आरोप में केएम हुदा और शेख हसीना समेत 23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के डिप्टी कमिश्नर मोहिदुल इस्लाम के मुताबिक हुदा को रविवार शाम लगभग 7:30 बजे गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि साल 2018 में बांग्लादेश के राष्ट्रीय चुनाव केएम नूरुल हुदा की अध्यक्षता में संपन्न हुए थे। इस चुनाव में शेख हसीना का पार्टी अवामी लीग को प्रचंड बहुमत मिला था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इसमें हुदा सफेद टी-शर्ट और लुंगी पहने दिख रहे हैं। उनके गले में जूते की माला है। उन्हें भीड़ ने घेर रखा है। हुदा के बगल में खड़ा एक शख्स उनके गाल पर दो बार जूते मारता है। इसके बाद पुलिस उन्हें पकड़कर ले जाती है। डिप्टी कमिश्नर मोहिदुल इस्लाम का कहना है कि केएम नूरुल हुदा को केस दर्ज करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। हैरानी की बात यह है कि पूर्व चुनाव आयुक्त पर हमले की जानकारी डिप्टी कमिश्नर मोहिदुल इस्लाम को नहीं है। वायरल वीडियो पर वे कहते हैं कि मैंने इसे नहीं देखा है। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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शेख हसीना को जिताने का आरोप
साल 2018 में बांग्लादेश में केएम नूरुल हुदा की अगुवाई में आम चुनाव हुए थे। विपक्ष समेत जनता को लगता है कि इन चुनावों में आयोग ने धांधली की थी और निष्पक्षता नहीं अपनाई। बांग्लादेश की 300 संसदीय सीटों में से 288 सीटों पर शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को सफलता मिली थी। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने 50 सीटों पर सर्वेक्षण किया। उसने पाया कि इनमें से 33 सीटों पर मतपत्रों पर मुहर लगाने का काम मतदान से एक रात पहले ही पूरा कर लिया गया था।
किस-किस के खिलाफ एफआईआर?
22 जून को बीएनपी ने केएम नूरुल हुदा समेत देश के तीन पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों, शेख हसीना, 10 चुनाव आयुक्तों और 10 अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। शेर-ए-बांग्ला नगर पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक सभी पर चुनाव में धांधली बरतने का आरोप है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त काजी रकीबुद्दीन अहमद ने 2014 और काजी हबीबुल अवाल ने 2024 में आम चुनाव कराए थे। एफआईआर में इन दोनों का भी नाम शामिल हैं।
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गिरफ्तारी और हमले पर क्या बोली बांग्लादेश सरकार?
केएम नूरुल हुदा की गिरफ्तारी पर बांग्लादेश की सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उसका कहना है कि हुदा को एक विशेष मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। हमारे संज्ञान में आया है कि भीड़ ने अराजकता पैदा करने और आरोपी पर हमला किया है। नागरिकों से हमारी अपील है कि वे कानून को हाथ में न लें। सभी आरोपियों पर देश के कानून के आधार पर अदालतें निर्णय लेंगी। शारीरिक हमला और प्रताड़ित करना गैर-कानूनी है। अराजकता फैलाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।