इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। हुआ कुछ यूं कि सोमवार को जी7 सम्मेलन के दौरान एक प्राइवेट बातचीत में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने मेलोनी से कुछ फुसफुसाकर कहा, जिसके बाद मेलोनी कैमरे में आंखें घुमाते हुए नजर आईं। यह पूरा मामला कनाडा के अल्बर्टा में चल रहे 51वें जी7 शिखर सम्मेलन का है, जहां दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के नेता आपस में मिलकर व्यापार, सुरक्षा और टेक्नोलॉजी जैसे बड़े मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। इसी बैठक में मेलोनी और मैक्रोन एक-दूसरे के बगल में बैठे थे जो थोड़ा अजीब लगा क्योंकि दोनों के बीच पहले भी कूटनीतिक टकराव हो चुके हैं।
बातचीत के दौरान, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोल रहे थे, तभी मैक्रोन ने अपना मुंह ढंककर मेलोनी से कुछ कहा। उस पर मेलोनी ने हल्की सी मुस्कान के साथ अंगूठा दिखाया लेकिन थोड़ी देर बाद जब मैक्रोन फिर से कुछ बोले, तब मेलोनी का रिएक्शन बदला-बदला सा था। उन्होंने इस बार अपना चेहरा थोड़ा छिपाया और फिर उनकी बात सुनने के बाद नाखुशी के साथ आंखें घुमा दीं। यही पल कैमरे में कैद हो गया और इंटरनेट पर वायरल हो गया।
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सोशल मीडिया में मची हलचल
जी7 समिट में इसका एक छोटा-सा लम्हा कैमरे में कैद हो गया, जिसने सोशल मीडिया पर काफी हलचल मचा दी। एक्स (X) पर एक यूजर ने लिखा, 'जी7 की शुरुआत धमाकेदार रही। मेलोनी शानदार हैं, वह बड़े-बड़े नेताओं के दिखावह से साफ चिढ़ी हुई लगती हैं।'
एक और यूजर ने वह क्लिप शेयर करते हुए लिखा, 'जी7 की बड़ी खबर: यह वही पल है जब मैक्रों ने मेलोनी से कहा कि 'जोकर' अब इस कमरे में आ चुका है। मेलोनी के चेहरे के हावभाव सब कुछ बता रहे हैं।' एक और शख्स ने कहा, 'जो भी मैक्रों ने कहा, उसके बाद मेलोनी का रिएक्शन ऐसा था जैसे सोच रही हों – 'यह आदमी क्या बोल रहा है?'
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G7 की बैठक से जल्दी निकल गए ट्रंप
इसी बीच, डोनाल्ड ट्रम्प ने तय समय से एक दिन पहले ही जी7 समिट छोड़ दी। यह मीटिंग कनाडा के अल्बर्टा में हो रही थी। उन्होंने ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को इसकी वजह बताया। ट्रम्प ने मीडिया से कहा, 'मुझे जल्दी लौटना है।'
बाद में उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि उनके जाने का 'युद्धविराम' से कोई लेना-देना नहीं है। यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के उस दावह के उलट था जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रम्प ने युद्धविराम का सुझाव दिया। ट्रम्प के जाने के बाद बाकी जी-7 देशों के नेताओं ने मिलकर एक साझा बयान दिया, जिसमें गाज़ा में युद्धविराम समेत मिडल ईस्ट में शांति की अपील की गई।