कनाडा की राजधानी टोरंटो में भारत विरोधी नस्लवाद लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच ओंटारियो के एक स्टोर में परेशान करने वाली घटना का वीडियो वायरल हो गया है। इकोनॉमिक वोज नाम के एक हैंडल ने X पर यह वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक लड़का एक आदमी पर नस्लवादी गालियां देते हुए चिल्ला रहा है।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियो में एक व्यक्ति ऑकविले में मैकडॉनल्ड्स रेस्टॉरेंट में एक वर्कर पर नस्लवादी गालियां देते हुए चिल्ला रहा था। इसमें वह लड़का वर्कर को वापस अपने देश जाने के लिए कह रहा है। वीडियो रिकॉर्ड कर रही एक महिला से झगड़े के बाद वह इंडिया वापस जाओ चिल्लाने लगा।
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सोशल मीडिया पर रिएक्शन की बाढ़
महिला लड़के को रोकने का प्रयास करती है पर वह महिला के करीब जाने के बाद फिर से गालियां देने लगता है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस वीडियो के खिलाफ बोला है लेकिन कुछ लोगों ने इस लड़के की तारीफ भी की। एक शख्स ने इस पर कॉमेन्ट करते हुए लिखा- 'कनाडाई लोग इस घुसपैठ से सच में तंग आ गए हैं। वाह।'
यह घटना 26 अक्टूबर को हुई थी। हालांकि, स्थानीय हैल्स्टन पुलिस की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है कि इस पर कोई कार्रवाई की गई है या नहीं। एक समय था कि कनाडा में नए लोगों का स्वागत किया जाता था, लेकिन अब एक समय है कि वहां पर इस तरह की घटनाएं काफी बढ़ रही हैं।
ओंटारियो संसद सदस्य ने कहा
इस महीने की शुरुआत में, ओंटारियो में संसद सदस्य को भी गालियों का सामना करना पड़ा था। X पर एक पोस्ट में, ओंटारियो संसद के सदस्य हरदीप ग्रेवाल ने कहा, 'आज मस्कोका शहर में, जब मैं अपने परिवार के साथ आइसक्रीम खा रहा था, तो दो अजनबियों ने नफरत फैलाने का काम किया।' एक ने चिल्लाकर कहा कि पगड़ी वाले, घर जाओ और फिर तेजी से चला गया। दूसरा, जो पास से गुजर रहा था, उसने कहा, 'तुम सबको मर जाना चाहिए।' उस पल मुझे याद आया कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।' हरदीप ने बताया कि इस तरह का मामला उनके साथ पहली बार नहीं हुआ है, लेकिन आज मुझे यह बताने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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सितंबर के आखिरी में, ग्रेटर टोरंटो एरिया (GTA) के मिसिसॉगा शहर के निवासियों ने एक बच्चों के पार्क के पास एक खास जगह पर स्प्रे पेंट से लिखी हुई ग्रैफिटी देखी। उस पर लिखा था, 'इंडियन चूहे' और यह इंडियन कम्युनिटी को निशाना बनाने के एक ट्रेंड का हिस्सा है। इस मामले में पहली गिरफ्तारी 29 साल के फ्रेंड लुक-रिलोराजा की हुई थी जो इस ग्रैफिटी के लिए जिम्मेदार था।
पिछले तीन सालों में कनाडा में इस तरह के मामले में इजाफा हुआ है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के समय में इमिग्रेशन में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इमिग्रेशन बढ़ने से लोगों में आर्थिक परेशानी बढ़ रही है जिसके खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एडमिनिस्ट्रेशन ने अवैध और कानूनी इमिग्रेंट्स के खिलाफ कई कदम उठाए जिसका बहुत असर पड़ा है।