भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। 'ऑपरेशन सिंदूर' से बौखलाकर पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार को कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने क कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया है। भारत और पाकिस्तान अब तक 4 जंग लड़ चुके हैं और 5वीं शुरू होने का खतरा बढ़ गया है। इस बीच अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का कहना है कि इस तनाव से अमेरिका का कोई लेना-देना नहीं है।
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में जेडी वेंस ने कहा, 'हम इन देशों को कंट्रोल नहीं कर सकते। हम जो कर सकते हैं, वह यह कि दोनों पक्षों से थोड़ा तनाव करने को कह सकते हैं लेकिन हम ऐसे युद्ध में शामिल नहीं होने जा रहे हैं, जिसमें हमारा कोई काम नहीं है और जिसका अमेरिका से कोई लेना-देना नहीं है।'
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'हम हथियार डालने को नहीं कह सकते'
इंटरव्यू के दौरान जेडी वेंस ने यह भी कहा कि हम किसी से हथियार डालने को नहीं कह सकते। उन्होंने कहा, 'हम भारत से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकते। हम पाकिस्तान से भी हथियार डालने को नहीं कह सकते। इसलिए हम कूटनीति के माध्यम से आगे बढ़ेंगे।'
वेंस ने आगे उम्मीद जताते हुए कहा कि यह संघर्ष परमाणु युद्ध में नहीं बदलेगा। उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि मौजूदा संघर्ष किसी बड़े युद्ध या परमाणु युद्ध में नहीं बदलेगा। हम इन बातों को लेकर चिंतित है। भारत और पाकिस्तान को संयम से काम करना होगा ताकि यह परमाणु युद्ध न बन जाए, क्योंकि ऐसा हुआ तो यह विनाशकारी होगा लेकिन अभी हमें नहीं लगता कि ऐसा होने वाला है।'
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अमेरिका ने और क्या कहा?
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, 'पहलगाम हमले के बाद पिछले कुछ हफ्ते में हमने जो देखा है, वह हैरानी भरा नहीं है लेकिन बहुत निराशाजनक है। यह और न बढ़े, इसके लिए दोनों में बातचीत होनी चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'चर्चा है कि पाकिस्तान आतंकवादी हमले की स्वतंत्र जांच चाहता है। हम चाहते हैं कि अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाए और इस दिशा में हम किसी भी कोशिश का समर्थन करते हैं। हम भारत और पाकिस्तान से इस मामले में जिम्मेदारी भरा समाधान की दिशा में काम करने का आग्रह करते हैं। हमने दोनों सरकारों के साथ कई स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं।'
जब उनसे यह पूछा गया कि अमेरिका और भारत का मानना है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों का समर्थन कर रहा है? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'हम दशकों से इसकी बात करते आ रहे हैं। हमने देखा है कि इसने मध्य पूर्व में जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और कश्मीर में जो हुआ, वह भयानक है। पूरी दुनिया ने इस तरह की हिंसा की प्रकृति को अस्वीकार कर दिया है।'
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ट्रंप ने क्या कहा था?
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस तनाव को खत्म करने के लिए 'मदद' की पेशकश की थी। ट्रंप ने कहा था, 'मैं दोनों को जानता हूं। हम दोनों के साथ अच्छे से पेश आते हैं। दोनों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और मैं इसे रुकते हुए देखना चाहता हूं। अगर मैं मदद के लिए कुछ कर सकता हूं, तो मैं जरूर करूंगा।' ट्रंप ने कहा था, 'दोनों एक-दूसरे के खिलाफ जैसे को तैसा वाली कार्रवाई कर रही है, इसलिए उम्मीद है कि वे इसे रोक सकते हैं।'