संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (United States Geological Survey) ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को उत्तरी ईरान में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। ईरान में जब भूकंप आया उस वक्त इजरायल ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा था। जबकि ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी IRNA ने इजरायली हमलों में किसी भी नागरिक के हताहत होने की बात से इनकार किया।
मगर, ईजरायल के इन हमलों और ईरान में आए भूकंप को लेकर दुनियाभर में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि क्या ईरान ने कोई परमाणु परीक्षण तो नहीं किया! अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अटकलों को हवा दे दी है कि ईरान ने विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है। USGS ने कहा है कि ईरान में आए भूकंप का केंद्र धरती के 10 किलोमीटर की गहराई में था। यह केंद्र सेमनान शहर से लगभग 37 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है।
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ईरान ने दी जानकारी
हालांकि, ईरान के सरकारी टेलीविजन ने भूकंप की तीव्रता 5.5 बताई है। इसमें कहा गया कि भूकंप का केंद्र सोरखेह शहर के पास था। कथित तौर पर भूकंप के झटके ईरान की राजधानी तेहरान में भी महसूस किए गए। सोरखेह शहर की तेहरान से दूरी लगभग 150 किलोमीटर है।
विशेषज्ञों ने जताई संभावना
इजरायल के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बीच कुछ विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि ईरान में आया भूकंप तेहरान द्वारा भूमिगत परमाणु परीक्षण हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों के इस दावे को लेकर अभी तक किसी भी तरह के सबूत सामने नहीं आए हैं। दरअसल, ईरान में आए भूकंप की टाइमिंग इजरायली हवाई हमलों के बीच में आया। अब इसको लेकर सोशल मीडिया और विशेषज्ञ बात करने लगे हैं।
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सेमनान प्रांत का महत्व
बता दें कि सेमनान प्रांत ईरान के परमाणु और मिसाइल बुनियादी ढांचे में विशेष महत्व रखता है। यह क्षेत्र सेमनान अंतरिक्ष केंद्र का घर है, जो ईरान के उपग्रह और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के लिए एक प्रमुख प्रक्षेपण स्थल है। साथ ही सेमनान प्रांत ईरान के यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम के लिए केंद्रीय, फोर्डो और नतान्ज परमाणु सुविधाओं के काफी करीब है।
बढ़ सकता है संघर्ष
इन सबके बीच ईरान लगातार परमाणु हथियारों को बनाने के अपने प्रयासों से हमेशा इनकार करता रहा है। मगर, माना जा रहा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुका है। अगर ईरान में आए ताजा भकंप के झटके प्राकृतिक होते हैं तो इसकी बात यहीं खत्म हो जाएगी लेकिन अगर ईरान ने सच में परमाणु हथियार का भूमिगत परीक्षण किया है तो यह चिंता का विषय है। क्योंकि इससे मिडिल-ईस्ट में तनाव और भी बढ़ सकता है। ऐसा होने पर ईरान पर अमेरिका कार्रवाई कर सकता है और कई देश उसपर कई तरह के प्रतिबंध लगा सकते हैं।