युद्ध विराम के बाद ईरान ने बड़ा कदम उठाया है। उसने इजरायल के लिए जासूसी करने वाले तीन जासूसों को फांसी पर चढ़ा दिया है। सीजफायर के एक बाद दी गई इन फांसियों की खूब चर्चा है। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान के अंदर जासूसों का बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया था। इन्हीं जासूसों की मदद से पिछले 12 दिन के संघर्ष में इजरायल ने ईरान के 15 परमाणु वैज्ञानिकों को मारने में सफलता हासिल की। 25 जून को ईरान ने बताया कि इदरीस अली, आजाद शोजई और रसूल अहमद को जासूसी के आरोप में पकड़ने के बाद फांसी की सजा दी गई है। इजरायल से जुड़े लगभग 700 लोगों को अब तक पकड़ा जा चुका है।
तीनों आरोपियों की नीली जेल वर्दी में तस्वीर जारी की गई और तुर्किये की सीमा के करीब उर्मिया शहर में फांसी दी गई। तीनों आरोपियों पर हत्याओं को अंजाम देने वाले हथियारों की तस्करी का आरोप है। ईरानी न्याय पालिका ने कहा, आजाद शोजई, इदरीस अली और रसूल अहमद रसूल ने हत्याओं को अंजाम देने के लिए ईरान में उपकरण लाने की कोशिश की। गिरफ्तार करने के बाद उनके खिलाफ जायोनी (इजरायल) शासन के लिए जासूसी के आरोप में मुकदमा चलाया गया और आज सुबह उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। अब ईरान पर इजरायल युद्ध का लोगों के खिलाफ दमन में इस्तेमाल करने का आरोप लग रहा है।
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अब तक 6 लोगों को फांसी
अकेले ईरान के खुजस्तान प्रांत में 54 लोगों की जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इजरायल से युद्ध के बाद से ईरान 6 लोगों को फांसी पर चढ़ा चुका है। ईरान वायर की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को मोहम्मद अमीन महदवी शैयेस्तेह को फांसी दी गई। वह 2023 से जेल में बंद थे। उन पर इजरायल के साथ खुफिया सहयोग का आरोप लगाया गया। दो अन्य कैदी माजिद मोसायेबी और इस्माइल फाकरी को भी फांसी दी गई है। माजिद पर मोसाद को संवेदनशील जानकारी भेजने का आरोप था।
एक यूरोपीय पर्यटक भी पकड़ा गया
ईरान की सरकार ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। जासूसी के आरोप में एक यूरोपीय पर्यटक को भी पकड़ा गया है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने मंगलवार को बताया कि पर्यटक के तौर में ईरान में दाखिल होने वाले एक यूरोपीय व्यक्ति पर संवेदनशील और सैन्य स्थलों की जासूसी करने का आरोप है। उसे दक्षिणी होर्मोजगान प्रांत में पकड़ा गया है।
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12 दिन के संघर्ष में क्या हुआ?
13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने इजरायल पर 550 बैलिस्टिक मिसाइल और लगभग एक हजार ड्रोन से हमला किया। ईरानी हमले में इजरायल के 28 नागरिकों की मौत हुई और लगभग 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ईरानी मीडिया के मुताबिक इजरायल के हमले में देश के भीतर 639 लोगों की जान गई और 1300 से अधिक लोग घायल हुए।