अब गूगल सर्च का तरीका बदल गया है। किसी भी विषय में सर्च करने पर सबसे पहले एआई ओवरव्यू आता है। गूगल ने अपने ब्राउजिंग एप क्रोम में एआई मोड का भी ऑप्शन दिया है। अब कुछ भी खोजने पर सबसे पहले उत्तर एआई ओवरव्यू में दिखता है। गूगल ने यह सुविधा भले ही यूजर्स के बेहतरीन एक्सपीरियंस के लिए शुरू की है, लेकिन इसका खामियाजा तमाम वेबसाइटों को उठाना पड़ रहा है। हाल ही में प्यू रिसर्च सेंटर ने 900 अमेरिकियों के डेटा का विश्लेषण किया तो ऑनलाइन ब्राउजिंग और गूगल के एआई ओवरव्यू से जुड़े दिलचस्प आंकड़े सामने आए।
सर्वे में सामने आया कि मार्च महीने में 10 में से छह लोगों को गूगल सर्च करने पर एआई जनरेटेड समरी मिली। अगर किसी शख्स ने गूगल सर्च किया और उसके रिजल्ट में एआई ओवरव्यू नहीं थी तो उन यूजर्स ने वेब लिंक पर 15 फीसदी तक क्लिक किया। इसके उलट एआई जनरेटेड समरी वाले सर्च रिजल्ट पर सिर्फ 8 फीसदी लोगों ने ही क्लिक किया। इसका मतलब यह है कि लोग सिर्फ एआई जेनरेटेड समरी पढ़कर ही लौट गए।
रिसर्च में यह भी सामने आया कि एआई समरी वाले पेज पर आने के बाद लगभग 26 फीसदी लोगों ने अपना ब्राउजिंग सेशन ही समाप्त कर दिया, जबकि जिन वेब पेज पर एआई समरी नहीं दिखी उनमें यह प्रवृत्ति सिर्फ 16 फीसदी रही।
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तो क्या एआई ओवरव्यू खा रहा ट्रैफिक?
दुनियाभर में ऑनलाइन प्रकाशकों ने अपने वेब ट्रैफिक में गिरावट दर्ज की। उनका मानना है कि एआई समरी के कारण यह कमी आई है। दावा किया गया है कि अधिकांश लोग सिर्फ एआई जनरेटेड समरी पढ़ने के बाद लौट जाते हैं और वेबसाइट के लिंक पर क्लिक ही नहीं करते हैं। उनकी यह चिंता लाजिमी है। गूगल ने अपने एआई समरी में सबसे अधिक विकिपीडिया, यूट्यूब और रेडिट का हवाला दिया। एआई ओवरव्यू में इन तीनों वेबसाइट की हिस्सेदारी लगभग 15 फीसदी रही। गूगल ने 6 फीसदी मामलों में सरकारी वेबसाइट का लिंक दिया। सिर्फ 5 फीसदी मामलों में न्यूज वेबसाइट के लिंक ही गूगल ने दिखाए।
5 में से 1 सर्च पर गूगल ने AI समरी दिखाई
प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक पांच में से लगभग एक सर्च में गूगल ने एआई समरी दिखाई है। सामान्य सारांश 67 शब्दों का रहा है। वहीं अगर सबसे छोटी समरी की बात करें तो गूगल ने सिर्फ सात शब्दों की एआई समरी दी। सबसे बड़ी समरी 369 शब्दों में दी। लगभग 18 फीसदी सर्च रिजल्ट में लोगों को एआई समरी का सामना करना पड़ा। अध्ययन के मुताबिक 88 फीसदी एआई समरी में गूगल ने तीन या उससे अधिक वेबसाइट का लिंक दिया। सिर्फ 1 फीसदी एआई समरी में ही एक सोर्स का हवाला दिया गया।
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कैसे सवाल पूछने पर एआई समरी दिखी?
अध्ययन के मुताबिक जब कोई यूजर्स ज्यादा लंबा सवाल पूछता है तो उसके सर्च रिजल्ट में एआई समरी मिलने की संभावना सबसे अधिक होती है। अगर कोई व्यक्ति गूगल सर्च में प्रश्नवाचक सवाल पूछता है तो उसके सर्च रिजल्ट में एआई समरी दिखने की संभावना बढ़ जाती है। जैसे उत्तर प्रदेश की राजधानी क्या है, विराट कोहली की उम्र क्या है? ऐसे सवाल पूछने पर गूगल ने लगभग 60 फीसदी मामलों में एआई समरी दिखाई है, लेकिन जब किसी व्यक्ति ने पूरा वाक्य और सिर्फ किसी का नाम लिखा तो उसे 36 फीसदी सर्च रिजल्ट में ही एआई समरी दिखी। प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक एक-दो शब्दों वाले वेब सर्च पर सिर्फ 8 फीसदी ही एआई समरी गूगल ने दिखाया है। मगर 10 या उससे अधिक शब्दों वाले सर्च में यह अनुपात 53 फीसदी तक पहुंच गया।