अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक ड्रग स्मगलर की हत्या हो गई है। यह ड्रग स्मगलर कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा था। सोमवार को कैलिफोर्निया के स्टॉकटन में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। इसकी जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है।
कैलिफोर्निया में ड्रग स्मगलिंग करने वाला सुनील यादव दो साल पहले अमेरिका चला गया था। वह नकली पासपोर्ट के जरिए अमेरिका गया था। पासपोर्ट पर उसने अपना नाम राहुल दर्ज करवाया था। गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने फेसबुक पर पोस्ट कर सुनील की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
क्यों हुई सुनील की हत्या?
रोहित गोदारा ने फेसबुक पर हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि सुनील को इसलिए मारा क्योंकि उसने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर अंकित भादू का एनकाउंटर करवाया था। 2019 में एक एनकाउंटर में अंकित भादू मारा गया था।
गोदारा ने फेसबुक पर लिखा, 'अमेरिका में सुनील यादव उर्फ गोलिया विराम खेड़ा की हत्या की जिम्मेदारी हम लेते हैं। इन्होंने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर हमारे सबसे प्यारे भाई अंकित भादू का एनकाउंटर करवाया था, जिसका बदला हमने लिया है। जो भी लोग इसमें शामिल हैं, चाहे कोई भी हो, सबका हिसाब होगा।'
गोदारा ने आगे लिखा, 'इन्होंने पूरे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के युवाओं को नशे का आदी बनाया। यह पुलिस के साथ मिलकर ड्रग्स बेचते हैं। जब सबको पता चला कि अंकित भादू के एनकाउंटर में इनका हाथ है तो यह मौत के डर से पुलिस की मदद से अमेरिका भाग आए। '
पोस्ट के आखिरी में चेतावनी देते हुए गोदारा ने लिखा, 'हमारे जितने भी दुश्मन हैं। तैयार रहें। दुनिया के किसी भी कोने में चले जाओ, सबके पास पहुंच जाएंगे।'

कौन था सुनील यादव?
सुनील यादव की गिनती ड्रग माफिया में होती है। उसने पहले दुबई और फिर अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम किया है। इससे पहले राजस्थान पुलिस ने यादव के सहयोगी को दुबई में वहां की पुलिस की मदद से गिरफ्तार करवाया था। हाल ही में यादव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। बताया जा रहा है कि सुनील यादव ने दिल्ली में राहुल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। इसके बाद वह दुबई और फिर अमेरिका भाग गया।