बांग्लादेश में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। चीफ एडवाइजर मुहम्मद यूनुस ने रविवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ बड़ी बात कहीं। यूनुस ने कहा कि हसीना के शासन के दौरान बांग्लादेश में किए गए सभी अत्याचारों की एक डॉक्यूमेंट्स बनाई जाएगी। इसमें छात्र आंदोलन कर रहे छात्रों पर कार्रवाई, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता और पिछले कुछ वर्षों में हुई सभी न्यायेतर हत्याएं शामिल हैं।
बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर ग्विन लुईस और लुईस के कार्यालय में वरिष्ठ मानवाधिकार सलाहकार हुमा खान ने यूनुस के मुलाकात की। इस दौरान मुहम्मद यूनुस ने कहा, 'लोगों के खिलाफ किए गए सभी अत्याचारों का उचित डॉक्यूमेंटेशन कराए जाने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें: अपमान के बाद भी अमेरिका से खनिज डील के लिए तैयार यूक्रेन
संयुक्त राष्ट्र महासचिव करेंगे बांग्लादेश का दौरा
ऐसे दस्तावेजीकरण के बिना, सच्चाई को उजागर करना और न्याय सुनिश्चित करना मुश्किल है।' लुईस ने युनुस को बताया कि मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क मानवाधिकार परिषद के 55वें सत्र के दौरान 5 मार्च को सदस्य देशों को इसके निष्कर्षों के बारे में जानकारी देंगे। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस 13 से 16 मार्च तक बांग्लादेश का दौरा करेंगे।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान: मदरसे में जुमे की नमाज के दौरान विस्फोट, 5 की मौत 20 घायल
UN करेगा बांग्लादेश की मदद
लुईस ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र टेक्निकल सपोर्ट और बांग्लादेश के लोगों को अपनी क्षमता मजबूत करने में भी मदद करेंगे। यूनुस के प्रेस विंग ने लुईस के हवाले से कहा, 'यह उपचार और सत्य को स्थापित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है।'
लुईस ने उम्मीद जताई कि गुटेरेस की आगामी यात्रा घटती सहायता आपूर्ति के बीच रोहिंग्या संकट को फिर से वैश्विक ध्यान में लाएगी। उन्होंने कहा, 'हम फंडिंग की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।' उन्होंने कहा कि रोहिंग्या लोगों के लिए खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर महीने 15 मिलियन डॉलर की जरूरत है, साथ ही अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए भी।