इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पूरे गाजा पर कब्जे का प्लान बना रहे हैं। इजरायल की लोकल मीडिया के मुताबिक इजरायली सेना अब गाजा के बचे हुए इलाकों में भी ऑपरेशन चला सकती है। नेतन्याहू के ऑफिस का हवाला देते हुए इजरायल के चैनल 12 ने यह दावा किया है। चैनल के पत्रकार के मुताबिक इजरायल के पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे का फैसला कर लिया है।
अमेरिकी मीडिया हाउस फॉक्स न्यूज के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी का कहना है कि हमास इजरायली बंधकों की रिहाई नहीं तब तक नहीं करेगा जब तक उससे पूरी तरह से सरेंडर नहीं करवा लिया जाए। अगर हमने अभी ऑपरेशन नहीं चलाया तो बंधक बनाए गए हमारे लोग भूख से मर जाएंगे और गाजा हमेशा हमास के कब्जे में रहेगा। हालांकि बंधकों के परिवार वाले गाजा पर कब्जे के प्लान के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि अगर इजरायल ऐसा करेगा तो हमास बंधकों को मार देगा।
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इजरायली कैबिनेट में फैसला आज
गाजा को लेकर आज नेतन्याहू सिक्योरिटी कैबिनेट की एक बैठक करने वाले हैं। कई मंत्रियों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने खुद गाजा पर कब्जे जैसे शब्द का इस्तेमाल किया है। फिलहाल गाजा पट्टी के 75% इलाके पर इजरायल का कब्जा है। नए ऑपरेशन में इजरायली सेना उन इलाकों में घुस सकती है, जहां बंधकों को छिपाया गया है।
हालांकि टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा पर कब्जे को लेकर सेना और सरकार के बीच मतभेद चल रहा है। देश के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर गाजा पर कब्जे के खिलाफ हैं। इस पर नेतन्याहू का कहना है कि अगर चीफ ऑफ स्टाफ उनकी रणनीति से सहमत नहीं है तो वह इस्तीफा दे सकते हैं।
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इजरायल के प्लान पर व्हाइट हाउस चुप
पूरे गाजा पर इजरायली कब्जे के प्लान को लेकर जब अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर कुछ कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि न तो इजरायल और न ही हमास उनके सीजफायर के प्रस्ताव को स्वीकार कर रहे हैं। दरअसल विटकॉफ मिडिल ईस्ट में अमेरिका के स्पेशल राजदूत हैं। इन पर इजरायल और हमास के बीच जारी जंग रुकवाने की जिम्मेदारी है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा का 12% इलाका अब भी ऐसा है, जहां इजरायल ने कब्जा नहीं किया है। जबकि बाकी सभी इलाकों से लोगों को निकालकर वहां मिलिट्री ऑपरेशन चलाए गए हैं।
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गाजा के 12% इलाके मेें क्यों नहीं पहुंची इजरायली सेना
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के 12% इलाके में कोई मिलिट्री ऑपरेशन न चलाने की वजह बंधक हैं। इजरायली सेना उन इलाकों में घुसने से बच रही है जहां बंधकों के होने की आशंका है। ऐसा इसलिए ताकि बंधकों को जिंदा वापस लाया जा सके। हमास ने धमकी दी है कि अगर इजरायली सेना ने ऑपरेशन चलाने की कोशिश की तो वे तुरंत बंधकों को मार डालेंगे। इजरायली सेना का मानना है कि सिर्फ बातचीत के जरिए बंधकों की रिहाई संभव है।