उत्तर कोरिया ने अपने दूसरे नौसैनिक युद्धपोत को लॉन्च करते समय एक बड़ी गलती कर दी। लॉन्च के दौरान युद्धपोत को नुकसान पहुंचा, जिससे देश को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। इस घटना के बाद, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शिपयार्ड (जहां जहाज बनाए जाते हैं) के उन अधिकारियों को गिरफ्तार करवा दिया जो इस गलती के लिए जिम्मेदार थे।
किम जोंग उन खुद इस लॉन्च के समय मौजूद थे। उन्होंने कहा कि 5,000 टन वजनी इस युद्धपोत को जो नुकसान हुआ है, उससे देश की इज्जत को ठेस पहुंची है। उन्होंने वादा किया कि जो लोग इस गलती के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। आमतौर पर उत्तर कोरिया अपनी सैन्य कमजोरियों को सार्वजनिक नहीं करता लेकिन इस घटना को सामने लाने से यह साफ होता है कि किम जोंग उन नौसेना को मजबूत बनाने के लिए बहुत गंभीर हैं। वह अमेरिका जैसे दुश्मनों से निपटने के लिए बड़े और ताकतवर जहाज तैयार करवा रहे हैं।
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चोंगजिन बंदरगाह पर हुआ हादसा
गुरुवार को उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने बताया कि एक युद्धपोत दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा देश के पूर्वोत्तर हिस्से के चोंगजिन बंदरगाह पर हुआ, जहां बड़ी भीड़ मौजूद थी। वहां देश के नेता किम जोंग उन भी मौजूद थे, जो सेना की ताकत दिखाना चाहते थे। इस घटना से किम को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, जब युद्धपोत के नुकसान की जांच की गई, तो चोंगजिन शिपयार्ड के मुख्य अभियंता समेत कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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जहाज ठीक करने का दिया अल्टीमेटम
अमेरिका की एक संस्था ने सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों के आधार पर बताया कि युद्धपोत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। वह एक तरफ झुका हुआ था और उसका पिछला हिस्सा पानी से बाहर निकला हुआ था। किम ने आदेश दिया है कि जून में पार्टी की अहम बैठक से पहले जहाज को ठीक किया जाए।
सरकारी मीडिया ने यह भी कहा कि युद्धपोत की मरम्मत का काम जारी है और उत्तर कोरियाई सेना अमेरिका के सैन्य गतिविधियों के खिलाफ अपनी तैयारी पूरी तरह बनाए रखेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि जो जहाज खराब हुआ है, वह उसी तरह का है जैसा पिछले महीने उत्तर कोरिया ने पहली बार दिखाया था। उस नए जहाज को अब तक का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक उत्तर कोरियाई युद्धपोत माना गया है।