पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद को ब्लॉक कर दिया गया है। सड़कों पर नाकाबंदी है। मोबाइल इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। मगर ऐसा क्यों? क्योंकि कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) शुक्रवार को बड़ा मोर्चा निकालने जा रहा है। TLP ने इस्लामाबाद को घेरने का एलान किया है। TLP को रोकने के लिए ही इस्लामाबाद की नाकेबंदी कर दी गई है। सिर्फ इस्लामाबाद ही नहीं, बल्कि रावलपिंडी में भी इंटरनेट बंद कर दिया है।
लेकिन मोर्चा क्यों निकाला जा रहा है? TLP यह मोर्चा गाजा में इजरायली हमलों के खिलाफ निकाल रही है। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि TLP ऐसे वक्त यह मोर्चा निकाल रही है, जब गाजा में एक दिन पहले ही इजरायल और हमास के बीच सीजफायर को लेकर डील हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि राजधानी इस्लामाबाद की ओर जाने वाली अहम सड़कों को बंद कर दिया गया है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद सड़कें बंद करने के लिए पुलिस ने शिपिंग कंटेनर लगा दिए हैं। इसके साथ ही सरकार ने पाकिस्तानी टेलीकॉम अथॉरिटी (PTA) को चिट्ठी लिखकर इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल इंटरनेट बंद करने को कहा है।
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अनिश्चितकाल के लिए इंटरनेट बंद
PTA को भेजी चिट्ठी में गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में अनिश्चितकाल तक इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया है। दोनों शहरों में गुरुवार रात 12 बजे से ही इंटरनेट बंद है।

पुलिस ने यह भी बताया कि TLP के मार्च के मद्देनजर इस्लामाबाद आने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया है। दोनों शहरों में भारी पुलिस तैनात कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए अहम सड़कों पर भारी हथियारों से लैस पुलिस बल को तैनात किया गया है।
राजधानी में जिन भी जगहों पर बड़े-बड़े दफ्तर हैं और डिप्लोमैटिक मिशन हैं, उन्हें 'रेड जोन' घोषित किया गया है। इन जगहों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
TLP ने बुधवार को इस प्रोटेस्ट मार्च निकालने का एलान किया था। इसके बाद पुलिस ने लाहौर में पार्टी हेडक्वार्टर पर छापा मारकर TLP के मुखिया साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार करने की कोशिश की थी। इसके बाद TLP कार्यकर्ताओं और पुलिस में हिंसक झड़पें भी हुई थीं, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए थे।
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रावलपिंडी में धारा 144 लागू
इस्लामाबाद के साथ-साथ रावलपिंडी में भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रावलपिंडी प्रशासन ने पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी है।
रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर हसन वकार चीमा के दफ्तर से जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 11 अक्टूबर तक शहर में सभी तरह के विरोध प्रदर्शन, धरना, सभा, जुलूस और रैलियों पर प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान शहर में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी।
नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि धारा 144 लागू की जा रही है, क्योंकि कई संवेदनशील और अहम इलाकों में हिंसक घटनाओं का खतरा है।