पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार अगले महीने बांग्लादेश के दौरे पर जा सकते हैं। उन्होंने खुद इसका ऐलान किया है। 12 साल में पहली बार कोई पाकिस्तानी मंत्री बांग्लादेश जाएगा।
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार अगले महीने बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगे। उन्होंने खुद इसका ऐलान किया है। 2012 के बाद किसी पाकिस्तानी मंत्री का बांग्लादेश का ये पहला दौरा होगा। आखिरी बार 2012 में तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार बांग्लादेश गई थीं।
कब करेंगे बांग्लादेश का दौरा?
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इशाक डार ने बताया कि वो अगले 3 से 5 फरवरी तक मलेशिया के दौरे पर रहेंगे। वहां से लौटने के बाद वो बांग्लादेश जाएंगे। हालांकि, अभी तारीख पक्की नहीं हुई है। इसके साथ ही अभी तक दौरे के एजेंडे के बारे में भी कोई जानकारी सामने नहीं है।
बांग्लादेश बिछड़े हुए भाई की तरहः डार
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट होने के बाद से पाकिस्तान उसके साथ संबंध सुधारने की कोशिश में लगा है। गुरुवार को इशाक डार ने बांग्लादेश को 'बिछड़ा भाई' बता दिया। डार ने कहा, 'बांग्लादेश एक बिछड़े भाई की तरह है। हमारा मकसद आर्थिक और व्यापार सहयोग को मजबूत करना है।'
युनूस भी आएंगे पाकिस्तान
इशाक डार के बांग्लादेश दौरे के बाद मोहम्मद युनूस भी पाकिस्तान की यात्रा करेंगे। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पुष्टि की है कि मोहम्मद युनूस ने पाकिस्तान के न्योते को स्वीकार लिया है और वो जल्द ही यहां का दौरा करेंगे।
रिश्ते सुधारने की कोशिश
पाकिस्तान और बांग्लादेश रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ हफ्ते पहले ही मिस्र की राजधानी कायरो में D-8 समिट के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस की मुलाकात भी हुई थी।
इस मुलाकात के दौरान शहबाज शरीफ ने कहा था कि उन्हें अपने भाई बांग्लादेश के साथ संबंधों के मजबूत होने की उम्मीद है। हालांकि, युनूस ने पाकिस्तान को 1971 के मुद्दे सुलझाने को कहा था।
हाल के समय में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो दिखाती हैं कि दोनों देशों के रिश्ते पटरी पर लौट रहे हैं। नवंबर में कराची से कार्गो जहाज सीधे बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंचा था। इसके अलावा बांग्लादेश ने भी पाकिस्तान से सीधी उड़ान फिर से शुरू करने का ऐलान किया है।
हालांकि, बांग्लादेशी अखबार द बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बांग्लादेश चाहता है कि पाकिस्तान 1971 में किए गए अत्याचारों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।