सीरिया में चुनाव कराने में 4 साल का वक्त लग सकता है। विद्रोही गुट हयात तहरीर-अल-शाम (HTS) के नेता अहमद अल-शारा ने एक इंटरव्यू में इसकी जानकारी दी। ये पहली बार है जब HTS की ओर से चुनाव कराने की कोई समयसीमा बताई गई है। HTS ने ही बशर अल-असद की सरकार का तख्तापलट कर दिया था।
रविवार को एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सीरिया के नए संविधान का ड्राफ्ट तैयार होने में 3 साल का वक्त लगता है। इसके बाद 1 साल का समय और लगेगा। कुल मिलाकर चुनाव कराने में 4 साल का वक्त लग सकता है।
इतना वक्त क्यों?
इस महीने की शुरुआत में बशर अल-असद की सरकार का तख्तापलट हो गया था। तब से विद्रोही गुट HTS देश की कमान संभाल रहा है। HTS नेता अहमद अल-शारा ने बताया कि सीरिया को अपनी कानूनी प्रणाली के पुनर्निर्माण की जरूरत है। इसके साथ ही चुनाव के लिए जनसंख्या कराने की भी जरूरत है।
बशर अल-असद के बाद अब HTS के नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी देश की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने कई अहम पदों पर HTS के लड़कों को नियुक्त किया है।
असद समर्थकों की गिरफ्तारी जारी
बशर अल-असद की सरकार जाने के बाद सीरिया में उथल-पुथल जारी है। ब्रिटेन की एक संस्था के मुताबिक, पिछले हफ्ते सीरिया में असद के 300 से ज्यादा वफादारों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए लोगों में मुखबिर, लड़ाके और पूर्व सैनिक शामिल हैं। स्थानीय लोगों की मदद से इन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
8 दिसंबर को हो गया था तख्तापलट
सीरिया की सत्ता पर 53 साल से असद परिवार का कब्जा था। साल 2000 से बशर अल-असद देश के राष्ट्रपति थे। 8 दिसंबर को उनकी सरकार का तख्तापलट हो गया था। तख्तापलट के बाद बशर अल-असद अपने परिवार के साथ रूस आ गए थे। बशर से पहले उनके पिता हाफिज अल-असद राष्ट्रपति थे। हाफिज अल-असद 1971 से 2000 तक राष्ट्रपति रहे थे।