दुनिया में घोषित तौर पर दो युद्ध चल रहे हैं। रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास-लेबनान के बीच तो युद्ध चल ही रहा है। इस बीच तीसरे युद्ध की भी आशंका मंडराने लगी है। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दोनों देशों के बीच स्थिती ऐसी है कि कभी भी ठन सकती है।
दरअसल, अफगानिस्तान की तालिबानी फोर्सेस ने शनिवार को पाकिस्तान में कई ठिकानों को निशाना बनाया है। अफगानिस्तान ने यह कार्रवाई बदले की भावना से की है। कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने अफगानिस्तान के अंदर घुसकर हवाई बमबारी की थी।
एक पाकिस्तानी सैनिक सैनिक की मौत
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया है कि अफगान फोर्सेस के साथ सीमा पार गोलीबारी के दौरान एक पाकिस्तानी सैनिक सैनिक की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। पाकिस्तानी हवाई हमलों के खिलाफ सैकड़ों अफगानों प्रदर्शन कर रहे हैं, इस दौरान कई झड़पें भी भड़की हैं।
पाकिस्तान के हमले में 46 अफगानियों की मौत
इसी बीच में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत को अलग करने वाली सीमा पर सुरक्षाबलों के बीच रात भर छिटपुट हमलों की सूचना दी है। इन हमलों में भारी हथियारों का इस्तेमाल किया गया है।
बता दें कि पाकिस्तान ने इस सप्ताह पक्तिका प्रांत में सीमा के पास हवाई हमला किया था। पाकिस्तान के इस हमले में 46 अफगानी लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया- पाक
रॉयटर्स के मुताबिक, पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अफगानिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। हालांकि इस्लामाबाद ने औपचारिक रूप से बमबारी करने की बात स्वीकार नहीं की है। इसके अलावा पाकिस्तान के कुर्रम जिले में भी दो जगहों पर झड़पें हुई हैं।
वहीं, अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर बताया है कि पाकिस्तानी सीमा में कई ठिकानों को निशाना बनाया गया है। अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई में निशाना बनाया है। खोस्त प्रांतीय अधिकारी ने एएफपी को बताया है कि झड़पों के बाद वहां रहने वाले लोगों ने सीमावर्ती क्षेत्रों को खाली कर दिया है।
क्या है पाकिस्तान का आरोप?
तालिबान ने लंबे संघर्ष के बाद साल 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता हथिया ली थी। पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान पर आरोप लगा रहा है कि 'काबुल में बैठे तालिबानी नेता उग्रवादी लड़ाकों को पनाह देते हैं। ये उग्रवादी पाकिस्तानी क्षेत्र में हमले करते हैं।' हालांकि, तालिबान सरकार पाकिस्तान के इन दावों का खंडन करती रही है।