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US में टिकटॉक बंद होने की पूरी टाइमलाइन, किस साल क्या हुआ? समझिए

चीनी कंपनी द्वारा विकसित TikTok का अमेरिका में लगे प्रतिबंध को लेकर चर्चा तेज है। आइए जानते हैं, इस कंपनी की शुरू से अब तक के सफर की कहानी।

Image of TikTok Logo

TikTok का लोगो।(Photo Credit: @ThePopFlop/X)

चीन में बना एक शार्ट वीडियो शेयरिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TikTok ने 2017 से अब तक विश्व में अपनी धाक जमाई है। हालांकि, हालिया घटनाओं ने इसके भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर अमेरिका में। यहां हम TikTok के शुरुआती कहानी की बात करेंगे और जानेंगे कि कैसे एक ऐप जो सफलता के शिखर पर चढ़ा और अमेरिका ने इसपर प्रतिबंध लगा दिया।

शुरुआती दौर (2012-2017)

TikTok की शुरुआत से पहले 2012 में चीन के उद्यमी झांग यिमिन ने बाइटडांस कंपनी नाम की कंपनी शुरू की। इसका पहला प्रोडक्ट 'टाउटियाओ' था, जो चीन में खबरों को पर्सनलाइज्ड तरीके से दिखाने वाला ऐप था।

 

2016 में बाइटडांस ने 'डॉयिन' नाम का एक वीडियो शेयरिंग ऐप लॉन्च किया, जो चीन में खूब पसंद किया गया। डॉयिन की सफलता से ने कंपनी को बहुत हौसला दिया, जिसके बाद बाइटडांस ने अंतरराष्ट्रीय यूजर्स के लिए इसका नया वर्जन 'TikTok' लॉन्च किया।

 

2017 में, बाइटडांस ने 'Musical.Ly' नामक एक दूसरे वीडियो शेयरिंग ऐप को 1 बिलियन डॉलर में खरीद लिया और इसे TikTok में विलय कर दिया। यह TikTok के लिए एक फायदे का सौदा साबित हुआ, क्योंकि Musical.Ly पहले से ही नौजवानों के बीच लोकप्रिय था।

तेजी से बढ़ती लोकप्रियता (2018-2020)

TikTok ने अपनी एडवांस्ड एल्गोरिद्म के जरिए यूजर्स को वीडियो देखने की लत सी लगा दी। इसमें डांस वीडियो, कुकिंग, प्रैंक और चैलेंज जैसे कंटेंट ने इसे हर वर्ग के बीच इसे लोकप्रिय बना दिया।

 

2019 में, रैपर लिल नास एक्स का गाना 'ओल्ड टाउन रोड' TikTok पर वायरल हुआ और 17 हफ्तों तक बिलबोर्ड चार्ट पर नंबर 1 रहा। यह TikTok की ताकत का बड़ा उदाहरण था।

 

लेकिन, इस सफलता के साथ विवाद भी शुरू हो गए। सितंबर 2019 में, 'वॉशिंगटन पोस्ट' ने रिपोर्ट किया कि जहां दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उस समय चल रहे हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों की तस्वीरें वायरल हो रही थीं, वहीं TikTok पर इससे जुड़े कंटेंट गायब थे। इसके अलावा, TikTok पर चीन से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को सेंसर करने के भी कई आरोप लगे।

अमेरिकी सरकार की चिंताएं (2019-2020)

अक्टूबर 2019 में अमेरिकी नेताओं ने TikTok पर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि TikTok के जरिए चीन की सरकार अमेरिकी यूजर्स के डेटा तक पहुंच सकती है। नवंबर 2019 में इस मामले की आधिकारिक जांच शुरू हुई।

 

दिसंबर 2019 में अमेरिकी सेना ने अपने अफसर और जवानों को सभी सरकारी उपकरण से TikTok हटाने का निर्देश दिया। इसके बाद, TikTok पर प्रतिबंध की चर्चा और तेज हो गई।

2020 में इस मामले ने तब तूल पकड़ा, जब भारत ने TikTok समेत दर्जनों चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद अमेरिका में भी इसी तरह के कदम उठाने का दबाव बढ़ा। उस समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने TikTok पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई और बाइटडांस को अमेरिकी कंपनियों को अपनी हिस्सेदारी बेचने का आदेश दिया। हालांकि, यह योजना कभी अमल में नहीं आ पाई।

बढ़ते विवाद और लोकप्रियता (2021-2022)

साल 2021 में, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने TikTok पर षटबंध लगाने के ट्रंप के आदेश को स्थगित कर दिया। लेकिन, TikTok के खिलाफ जांच और आलोचना दोनों जारी रहीं।

 

2022 में, 'बजफीड' ने एक रिपोर्ट में दावा किया कि बाइटडांस के चीनी कर्मचारी बार-बार अमेरिकी यूजर्स की निजी जानकारी तक पहुंच रहे थे। इस खुलासे के बाद TikTok ने अपने यूजर्स का डेटा अमेरिकी टेक फर्म 'ओरेकल' के सर्वर पर स्थानांतरित करने की घोषणा की। हालांकि, इससे अमेरिकी अधिकारियों की चिंताएं खत्म नहीं हुईं।

2023-2024: प्रतिबंध की ओर बढ़ते कदम

साल 2023 में, व्हाइट हाउस ने फिर एक बार सभी एजेंसियों को सरकारी उपकरणों से TikTok हटाने का आदेश दिया। इसके बाद, कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया गया, जिसमें बाइटडांस को TikTok की अमेरिकी शाखा बेचने या प्रतिबंध का सामना करने का अल्टीमेटम दिया गया।

 

अप्रैल 2024 में राष्ट्रपति बाइडेन ने इस विधेयक पर हस्ताक्षर किए, जिससे TikTok के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा। TikTok और बाइटडांस ने इस कानून को अदालत में चुनौती दी, लेकिन दिसंबर 2024 में अदालत ने उनके तर्कों को खारिज कर दिया।

 

2025: TikTok प्रतिबंध का रास्ता साफ

जनवरी 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने सभी की सहमति से कानून को बरकरार रखा, जिससे TikTok पर प्रतिबंध का रास्ता साफ हो गया। बाइटडांस यदि TikTok की अमेरिकी शाखा नहीं बेचता, तो 19 जनवरी 2025 से अमेरिका में ऐप पर प्रतिबंध लगाने का अल्टीमेटम दिया था।

 

आज अमेरिकी यूजर्स को ऐप इस्तेमाल करने पर ‘अस्थायी रूप से अनुपलब्ध’ (temporarily unavailable) दिखाई दे रहा है। इसमें TikTok ने संदेश दिया कि कानून ‘हमें अपनी सेवाओं को अस्थायी रूप से अनुपलब्ध करने के लिए मजबूर करेगा। हम जल्द से जल्द अमेरिका में अपनी सेवा बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।’ अब देखना ये होगा कि अमेरिकी सरकार आगे क्या कदम उठाती है और TikTok इस प्रतिबंध से कैसे निपटता है।

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