रमजान का पवित्र महिना खत्म होने वाला है, ऐसे में देश और दुनिया भर में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी होस्ट किया है। ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी मुसलमानों को उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया। दरअसल, अमेरिका चुनाव में रिकॉर्ड संख्या में मुस्लिम वोटर्स ने उन्हें वोट दिया था।
ट्रंप ने किया शुक्रिया
ट्रंप ने शुक्रिया अदा करते हुए कहा, 'रमजान के दौरान हर दिन मुसलमान सुबह से शाम तक उपवास रखते हैं। ईश्वर को धन्यवाद देते हुए इफ्तार के साथ अपना उपवास तोड़ते हैं। आज व्हाइट हाउस में हम यही करने जा रहे हैं। मुस्लिम समुदाय नवंबर में हमारे साथ था और जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, मैं आपके साथ रहूंगा।' मजाकिया लहजे में ट्रंप ने आगे कहा कि अगर आप में से किसी को यह खाना पसंद नहीं आए तो इसकी शिकायत न करें।' ट्रंप ने पूरी दुनिया के लिए शांति की कामना भी की।
मीडिल ईस्ट में शांति की कामना
राष्ट्रपति ने मीडिल ईस्ट में अपने प्रशासन के कूटनीतिक प्रयासों पर भी बात की। ट्रंप ने जोर देकर कहा, 'हम मीडिल ईस्ट में शांति की दिशा में काम कर रहे हैं।' उन्होंने इजरायल और गाजा के बीच संघर्ष का जिक्र किया। ट्रंप ने सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, ट्रंप ने रमजान मनाने वालों को शुभकामनाएं दी थीं।
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व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन क्यों?
बता दें कि इस इफ्तार पार्टी को लेकर विवाद भी उत्पन्न हुआ। आरोप है कि इस आयोजन में अमेरिकी मुस्लिम सांसदों और समुदाय के नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि मुस्लिम देशों के विदेशी राजदूतों को निमंत्रण दिया गया था। व्हाइट हाउस के बाहर कई मुस्लिम सिविल राइट्स समूहों ने 'Not Trump's Iftar' नाम से विरोध प्रदर्शन भी किया। व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी की परंपरा 1996 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में शुरू हुई थी, जिसे बाद में जॉर्ज बुश और बराक ओबामा ने भी जारी रखा।