यूके के वॉल्वरहैम्पटन रेलवे स्टेशन के बाहर दो सिख बुजुर्गों पर हुए क्रूर हमले का एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस (बीटीपी) ने इस घटना को नस्लीय नफरत से प्रेरित अपराध माना है। इस हमले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना शुक्रवार, 15 अगस्त को दोपहर करीब 1:45 बजे हुई।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को इस हमले का एक वीडियो ऑनलाइन मिला, जिसमें दो सिख बुजुर्गों पर हमला होते दिख रहा है। वीडियो में एक बुजुर्ग जमीन पर पड़े हैं और उनकी पगड़ी उनके पास जमीन पर गिरी हुई है। दूसरे बुजुर्ग को लात मारते और मुक्के मारते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में एक महिला की आवाज सुनाई देती है, जो कह रही है, ‘इन दो लोगों को कुछ गोरे लोग पीट रहे हैं।’ वह हमलावरों पर चिल्लाती है, ‘तुम क्या कर रहे हो!’
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पुलिस ने बताया कि हमले के बाद दोनों पीड़ितों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज हुआ और बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई। गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्धों की उम्र 17, 19 और 25 साल है। उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है और जांच जारी है।
सिख नेताओं ने की निंदा
इस हमले की भारत और ब्रिटेन में सिख समुदाय के नेताओं ने कड़ी निंदा की है। शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘मैं इस भयानक हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें एक सिख की पगड़ी जबरदस्ती उतारी गई।’
उन्होंने कहा कि सिख समुदाय, जो हमेशा 'सर्वत दा भला' (सबके कल्याण) की भावना रखता है, उसके साथ यह नस्लीय हमला निंदनीय है। उन्होंने वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस और यूके होम ऑफिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस मुद्दे को ब्रिटिश सरकार के सामने उठाने की अपील की ताकि सिख डायस्पोरा की सुरक्षा सुनिश्चित हो। सुखबीर बादल ने विदेश में बसे सिख समुदाय से एक-दूसरे का समर्थन करने की भी अपील की।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने भी इस हमले की निंदा की। उन्होंने X पर लिखा, ‘वॉल्वरहैम्पटन में एक सिख बुजुर्ग पर हुए क्रूर हमले से स्तब्ध हूं। यह नफरत भरा अपराध समुदायों के बीच सौहार्द के लिए एक झटका है।’ उन्होंने भी विदेश मंत्री जयशंकर से इस मामले को ब्रिटिश सरकार के सामने उठाने का अनुरोध किया।
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क्या हुआ था?
यूके की सिख फेडरेशन के अनुसार, दोनों बुजुर्ग स्थानीय टैक्सी ड्राइवर थे और स्टेशन के बाहर ड्यूटी पर थे। एक समाचार रिपोर्ट के मुताबिक, तीन गोरे लोग स्टेशन से बाहर आए और एक ड्राइवर से ओल्डबरी ले जाने की मांग की। ड्राइवर ने उन्हें बताया कि टैक्सी बुक करने के लिए टैक्सी रैंक पर जाना होगा, लेकिन वे नहीं माने और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद उन्होंने बुजुर्गों पर हमला कर दिया।