अमेरिका और चीन के बीच धीरे-धीरे ट्रेड वॉर कम हो रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा करते हुए चीनी वस्तुओं पर टैरिफ घटाकर 55 फीसदी करने का ऐलान किया है। इससे पहले ट्रंप ने 2 अप्रैल को चीन के ऊपर 67 फीसदी टैरिफ लगाने को ऐलान किया था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि चीन के साथ अमेरिका का सौदा हो गया है, जिसमें बीजिंग मैग्नेट और दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की आपूर्ति करेगा, जबकि अमेरिका अपने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में चीनी छात्रों को प्रवेश देगा। उन्होंने कहा, 'हमें कुल 55% टैरिफ मिल रहे हैं, चीन को 10% मिल रहा है। संबंध बहुत बढ़िया हैं!' ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा। ट्रंप ने कहा कि यह सौदा उनके और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अंतिम मंजूरी के अधीन है।
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कई महीनों से चल रही थी तनातनी
अमेरिका और चीन के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर पिछले कई महीनों से तनातनी चल रही थी, जिसके चलते कोरोना के बाद पहली बार चीन के एक्सपोर्ट में 34.5% तक की गिरावट आई। वहीं, चीन के द्वारा रेयर अर्थ मटेरियल की सप्लाई पर रोक लगाने के बाद 5 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात की थी और दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने जिनेवा बैठक में बनी सहमति को लागू करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने पर सहमति जताई थी।
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर
पिछले हफ्ते चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चल रहे टैरिफ विवाद के बारे में फोन पर बात की। चीनी सरकारी मीडिया के अनुसार, यह फोन कॉल अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुरोध पर की गई थी।
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दोनों देशों में हुई सहमति
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक के दौरान दोनों देशों ने संवेदनशील वस्तुओं के व्यापार को फिर से शुरू करने और जिनेवा में मई में हुए समझौते की शर्तों को लागू करने पर सहमति जताई। इसके तहत दोनों पक्षों के लिए टैरिफ कम किए गए थे। जिनेवा में चीन से आने वाले सामानों पर अमेरिकी टैरिफ को 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया। वहीं, चीन ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया।