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इजरायल ने सीरिया पर किया ताबड़तोड़ हमला, अमेरिका ने जताई चिंता

इजरायल की सेना आईडीएफ (IDF) ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में रक्षा मंत्रालय के एंट्री गेट पर हमला किया। इस हमले को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है।

Israel attack on Syria

इजरायल का सीरिया पर हमला। Photo Credit- Social Media

हाल के दो सालों में सेंट्रल एशिया में जितने भी संघर्ष हुए हैं उसके केंद्र में इजरायल की संलिप्तता रही है। चाहे गाजा हो, या फिर ईरान इजरायल ने दोनों की जगहों पर हमले किए हैं। अब इजरायल ने अपने ताजा हमले में सीरिया को निशाना बनाया है। इजरायल की सेना आईडीएफ (IDF) ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में रक्षा मंत्रालय के एंट्री गेट पर हमला किया। इस हमले को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है।

 

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वे दमिश्क में हुए इजरायली हमलों को लेकर बेहद चिंतित हैं। सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि कम से कम 18 लोग घायल हो गए हैं।

 

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दरोज़ समुदाय को निशाना बनाने के बाद हमला

सीरिया के सरकारी टेलीविजन की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने दरोज़ समुदाय को निशाना बनाने के खिलाफ सीरिया को चेतावनी दी थी। चेतावनी के बाद, इजरायली सेना ने बुधवार को दमिश्क में सीरियाई सेना और रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय के पास ताबड़तोड़ हमले किए।

 

दरअसल, यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब सीरिया के दक्षिणी शहर सुवेदा में सेना और दरोज़ सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष विराम टूट जाने के बाद झड़पें जारी हैं। संघर्ष शुरू होने के बाद से इजरायल ने सेना के काफिले पर सिलसिलेवार हमले किए हैं। इजरायल ने कहा कि वह दरोज़ समुदाय की रक्षा के लिए ऐसा कर रहा है।

क्या है दरोज़ का इतिहास?

बता दें कि दरोज़ धार्मिक संप्रदाय की शुरुआत 10वीं शताब्दी में हुई थी और यह शिया संप्रदाय की शाखा, ‘इस्माइलवाद’ को मानते हैं। दुनिया भर में लगभग 10 लाख दरोज़ हैं जिनमें से आधे से ज़्यादा सीरिया में रहते हैं। इसके बाद, ज्यादातर दरोज़ लेबनान और इजरायल में रहते हैं जिनमें गोलान हाइट्स भी शामिल है। इजराइल ने 1967 की पश्चिम एशिया की जंग में इस क्षेत्र को सीरिया से छीन लिया था और 1981 में अपने देश में मिला लिया था।

 

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प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने जारी किया बयान

इस बीच इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इजरायली सेना 'सरकारी बलों पर तब तक हमला करती रहेगी जब तक वे क्षेत्र से वापस नहीं चले जाते - और अगर संदेश नहीं समझा गया तो जल्द ही शासन के खिलाफ प्रतिक्रिया का स्तर भी बढ़ा दिया जाएगा।' प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात एक बयान में कहा कि इजरायल की उसकी सीमा से सटे सीरिया के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र को असैन्य क्षेत्र के रूप में संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है और “स्थानीय दरोज़ लोगों की सुरक्षा करना उसका दायित्व है।

 

हमलों के बाद, इजरायल ने कहा है कि सीरिया की स्थिति को लेकर इजरायली सरकार अमेरिका के साथ संपर्क में है। साथ ही कहा है कि इजरायल हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। एक इजरायली अधिकारी ने कहा कि सीरिया की सेना समस्या का हिस्सा है, संकट का समाधान नहीं। उन्होंने कहा कि उसने सीरिया में दरोज़ अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए कार्रवाई की है।

 

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