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USAID बंद करने पर क्यों भारतीय मूल के CEO ने दी एलन मस्क को चुनौती!

भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास ने को बंद करने के मुद्दे पर एलन मस्क को क्यों चुनौती दी, आइए जानते हैं।

Image of Elon Musk

टेस्ला के CEO एलन मस्क।(Photo Credit: PTI Image)

भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास ने हाल ही में अमेरिका की सहायता एजेंसी USAID को बंद करने के मुद्दे पर एलन मस्क को सीधी चुनौती दे दी। बता दें कि श्रीनिवास Perplexity AI के सीईओ हैं और उन्होंने USAID से 500 अरब डॉलर जुटाने की चुनौती टेस्ला और SpaceX के CEO एलन मस्क दी है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर श्रीनिवास ने लिखा, ‘USAID से 500 अरब डॉलर जुटाने पर विचार कर रहा हूँ। फंडिंग पक्की। रोक सको तो रोक लो @elonmusk।’ उनका यह बयान एक मजाकिया अंदाज में एलन मस्क पर निशाना था।

USAID को लेकर विवाद क्यों?

बता दें कि USAID हर साल विदेशों में अरबों डॉलर की मानवीय सहायता के लिए जिम्मेदार है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में USAID को भ्रष्ट बताते हुए इसे बंद करने का आदेश दिया। यह अमेरिकी सरकार के इतिहास में सबसे बड़े छंटनी आदेश था, जिसमें हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। ट्रंप ने इस एजेंसी को 'भ्रष्ट' करार दिया और कहा कि यह अमेरिकी करदाताओं के पैसे की बर्बादी कर रही थी।

 

एलन मस्क USAID को लेकर पहले से ही काफी तीखी प्रतिक्रिया देते रहे हैं। उन्होंने इस एजेंसी को 'एक आपराधिक संगठन' बताया था और कहा था कि इसे बंद किया जाना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप सरकार ने USAID के सिर्फ 300 कर्मचारियों को बनाए रखेगा। बाकी सभी को हटा दिया जाएगा। प्रशासन ने ऐसा अमेरिकी State Department के साथ मिलाने के लिए किया है, जिसको अब रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रूबियो नियंत्रित करेंगे।

 

कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (CRS) की रिपोर्ट में बताया कि, USAID के पास दुनिया भर में 10,000 से ज्यादा कर्मचारी थे, जिनमें से दो-तिहाई अमेरिका के बाहर कार्यरत थे। अब यह पूरी तरह से खत्म होने की कगार पर है।

USAID को लेकर विरोध प्रदर्शन

इस फैसले के खिलाफ अमेरिका में जबरदस्त विरोध देखने को मिला। 7 फरवरी की आधी रात से USAID के सभी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया, सिवाय उन लोगों के जो जरूरी पद पर नियुक्त किए गए थे। वाशिंगटन डीसी में सैकड़ों लोगों ने इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया, जबकि कई शहरों में भी विरोध देखा गया।

ट्रंप और मस्क का USAID पर हमला

ट्रंप प्रशासन का कहना है कि USAID के तहत बेकार और ऐसे प्रोजेक्ट्स को फंडिंग दी गई है जो जरूरी नहीं, इससे करदाताओं का पैसा बर्बाद हुआ। उन्होंने X पर लिखा, 'USAID के नौकरशाह खुद को किसी के प्रति जवाबदेह नहीं मानते थे। लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है।'

 

एलन मस्क ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'करदाताओं के पैसे की पागलपन भरी बर्बादी!' इससे पहले ट्रंप ने USAID को 'कट्टरपंथी पागलों द्वारा चलाया गया संगठन' करार दिया था।

USAID बंद करने का क्या असर होगा?

USAID दुनियाभर के कई देशों को सहायता देता था। इसके तहत गरीब देशों को वित्तीय मदद, शिक्षा, स्वास्थ्य और मानवीय सहायता दी जाती थी। इसे बंद करने से कई अंतरराष्ट्रीय सहायता परियोजनाओं पर असर पड़ेगा। हालांकि, ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह एजेंसी सरकार की नीतियों के खिलाफ काम कर रही थी, इसलिए इसे बंद करना जरूरी था।

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