नवनिर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप के लास वेगास होटल के बाहर आग की चपेट में आए टेस्ला साइबरट्रक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि ट्रक के अंदर अमेरिकी सेना मौजूद था जिसने विस्फोट से पहले अपने सिर में गोली मार ली थी।
सैनिक की पहचान कोलोराडो के निवासी मैथ्यू लिवेल्सबर्गर (37 वर्षीय) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि उसने होटल के बाहर अधिक नुकसान पहुंचाने का प्लान बनाया था लेकिन स्टील-साइडेड ट्रक ने विस्फोट से लगी आग को फैलने नहीं दिया और बस ट्रक के आस-पास ही आग लगी रही।
ट्रक के अंदर से मिली हैंडगन और कई चीजें
क्लार्क काउंटी के शेरिफ केविन मैकमैहिल ने कहा कि ड्राइवर की सीट पर बैठे शख्स के पैरों के पास एक हैंडगन मिली है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि हादसे से पहले उसने ट्रक के अंदर खुद को गोली मार ली थी। मैकमैहिल ने बताया कि साइबरट्रक के अंदर हथियार, कई पटाखे, एक पासपोर्ट, एक सैन्य आईडी, क्रेडिट कार्ड, एक आईफोन और एक स्मार्टवॉच भी मिला।
क्या हुआ?
लिवेल्सबर्गर अपने टेस्ला साइबरट्रक में थे और उनका ट्रक डोनाल्ड ट्रंप के स्वामित्व वाले लास वेगास होटल के बाहर ही विस्फोट हो गया। इस हादसे में एक सैनिक की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। सीएनएन के अनुसार, साइबरट्रक के अंदर आतिशबाजी, गैस टैंक और कैम्पिंग ईंधन थे।
मैथ्यू लिवेल्सबर्गर कौन था?
अमेरिकी सेना ने एक बयान में कहा कि लिवेल्सबर्गर ग्रीन बेरेट्स में सेवारत थे, जो अत्यधिक प्रशिक्षित विशेष बल हैं। यह बल विदेशों में आतंकवाद का मुकाबला करने और ट्रेनिंग करने के लिए काम करते हैं। उन्होंने 2006 से सेना में सेवा की थी, विदेशी असाइनमेंट के लंबे करियर के साथ रैंक में वृद्धि हुई। वह दो बार अफगानिस्तान में तैनात हुए और यूक्रेन, ताजिकिस्तान, जॉर्जिया और कांगो में सेवा की।