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'जिंदगी बर्बाद कर दी', पुतिन की कथित बेटी ऐसा क्यों कह रही?

व्लादिमीर पुतिन की सीक्रेट बेटी के रूप में जानी जाने वाली एलिजावेता क्रिवोनोगिख ने सार्वजनिक रूप से अपने निजी टेलीग्राम चैनल पर अपनी भावनाएं शेयर की हैं।

vladimir putin। Photo Credit: PTI

व्लादिमीर पुतिन। Photo Credit: PTI

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कथित सीक्रेट बेटी के रूप में जानी जाने वाली 22 वर्षीय एलिजावेता क्रिवोनोगिख, जिन्हें लुइजा रोझोवा के नाम से भी जाना जाता है, ने पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखी है। उन्होंने अपने निजी टेलीग्राम चैनल पर भावुक संदेश साझा किए, जिनमें उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की निंदा की, जिसने उनकी जिंदगी 'बर्बाद' कर दी।

 

लुइजा ने लिखा, 'उस व्यक्ति ने लाखों जिंदगियां छीनीं और मेरी जिंदगी को भी बर्बाद कर दिया।' उन्होंने आगे कहा, 'अब मैं फिर से दुनिया को अपना चेहरा दिखा सकती हूं। यह मुझे याद दिलाता है कि मैं कौन हूं और किसने मेरी जिंदगी बर्बाद की।' यह जानकारी जर्मन अखबार बिल्ड और ब्रिटिश अखबार द सन के हवाले से सामने आई है। पहले लुइजा अपने इंस्टाग्राम पर चेहरा नहीं दिखाती थीं, लेकिन हाल ही में उन्होंने अपनी पूरी तस्वीरें साझा करना शुरू किया है।

 

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कौन हैं लुइजा?

लुइजा का जन्म 3 मार्च 2003 को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ था। माना जाता है कि वह पुतिन और उनकी पूर्व नौकरानी स्वेतलाना क्रिवोनोगिख के रिश्ते से पैदा हुई हैं। 2020 में रूसी जांच परियोजना 'प्रोजेक्ट' ने पहली बार इस रिश्ते का खुलासा किया था। लुइजा के जन्म के बाद उनकी मां की अचानक बढ़ी दौलत ने यह अटकलें बढ़ा दीं कि पुतिन ने चुपके-चुपके आर्थिक मदद दी थी।

 

लुइजा पहले सोशल मीडिया पर अपनी शानदार जिंदगी की तस्वीरें साझा करती थीं। वह निजी जेट में उड़ान भरती थीं, बड़े क्लबों में डीजे का काम करती थीं और महंगे कपड़े पहनती थीं। लेकिन रूस के यूक्रेन पर हमले से ठीक पहले उनके सोशल मीडिया अकाउंट गायब हो गए।

पेरिस में रहती हैं

अब लुइजा पेरिस में रहती हैं। जून 2024 में उन्होंने ICART स्कूल ऑफ कल्चरल एंड आर्ट मैनेजमेंट से स्नातक की डिग्री हासिल की। रूस छोड़ते समय उन्होंने लिखा, 'मैं अपने प्यारे सेंट पीटर्सबर्ग में एक और चक्कर नहीं लगा सकती। मैं अपनी पसंदीदा जगहों और स्थानों पर नहीं जा सकती।'

 

पेरिस में लुइजा अब एलिजावेता रुद्नोवा के नाम से जानी जाती हैं। माना जाता है कि यह नाम पुतिन के दिवंगत सहयोगी ओलेग रुद्नोव के सम्मान में लिया गया है, ताकि उनकी असली पहचान छिपाई जा सके। वह बेलेविल की एल गैलरी और मॉन्ट्रियल की एस्पेस अल्बाट्रॉस में काम करती हैं। ये दोनों गैलरी युद्ध-विरोधी प्रदर्शनियों के लिए जानी जाती हैं।

कुछ लोगों ने किया विरोध

लुइजा की मौजूदगी कुछ लोगों को पसंद नहीं आई। रूस से 2022 में भागीं कलाकार नास्त्या रोडियोनोवा ने लुइजा की मौजूदगी के कारण इन गैलरियों से नाता तोड़ लिया। नास्त्या ने कहा कि युद्ध से प्रभावित लोगों को पुतिन से जुड़े किसी भी व्यक्ति के साथ जगह साझा करने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।

 

हालांकि, गैलरियों के निदेशक दिमित्री डोलिंस्की ने लुइजा का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'हो सकता है वह पुतिन जैसी दिखती हो, लेकिन ऐसे लाखों लोग हैं। मैंने कोई डीएनए टेस्ट नहीं देखा।' गैलरी के अन्य कर्मचारियों ने भी लुइजा को 'संस्कारी' और 'बेहतरीन कर्मचारी' बताया।

 

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मां पर भी प्रतिबंध

लुइजा की मां स्वेतलाना क्रिवोनोगिख पर 2023 में ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगाए थे। स्वतंत्र रूसी मीडिया ने उन्हें पुतिन के करीबी लोगों से जोड़ा है। लुइजा अब यूक्रेन युद्ध के खिलाफ खुलकर बोलती हैं और अपनी पुरानी शानदार जिंदगी से दूरी बना चुकी हैं। उनकी कहानी दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।

 

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