अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोहराया कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए। दरअसल, 5 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफे का ऐलान किया था। इसके तुरंत बाद ट्रंप ने ट्रूर्थ सोशल पर दूसरी बार दोहराया कि कनाडा को अमेरिका 51वां राज्य बन जाना चाहिए।
ट्रंप ने लिखा, 'अमेरिका-कनाडा के मिलने से एक महान देश बनेगा। विलय के बाद दोनों देशों के बीच टैरिफ समस्या भी नहीं रहेगी। हम कनाडा को रूस और चीन से सुरक्षा भी देंगे।' दरअसल, कनाडा की समुद्री सीमाओं में रूस और चीन के जहाज घुसपैठ करके सुरक्षा चुनौतियां बढ़ा देते हैं।
'इसकी कोई संभावना नहीं'
कनाडा को अमेरिका का 51वें राज्य बनाए जाने की पेशकश पर ट्रूडो ने भी बयान दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'इस बात की कोई संभावना नहीं है कि कनाडा संयुक्त राज्य अमेरिका का हिस्सा बन जाएगा। दोनों देशों के श्रमिक और समुदाय एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक और सुरक्षा साझेदार होने से लाभान्वित होते हैं।'
ट्रूडो का यह बयान उनके इस्तीफे के 2 दिन बाद आया जिसपर ट्रंप के कट्टर समर्थक और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने पलटवार किया। मस्क ने उनके पोस्ट पर कमेंट कर लिखा, 'अब तुम कनाडा के गवर्नर नहीं हो, इसलिए तुम जो भी कहोगे, उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।'
जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में 50 राज्य है। अगर कनाडा 51वां राज्य बन गया तो अमेरिका को इन 2 चीजों से फायदा होगा। आइये जान लेते है कैसे?
ट्रंप का माइंड गेम समझें?
यह सब जानते है कि अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है। ऐसे में ट्रंप का कनाडा के अमेरिका में विलय का बयान माइंड गेम है। दरअसल, चुनाव के बाद ट्रंप ने दूसरी बार ऐसा बयान दिया है। असल में अमेरिका को कनाडा से इस समय दो परेशानी हो रही है।
पहला- कनाडा की सीमा से अवैध घुसपैठ
दूसरा- ड्रग्स तस्करी
- दरअसल, कनाडा से हर साल अमेरिका में एक लाख से अधिक घुसपैठिए आते हैं। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध प्रवासियों का मुद्दा बार-बार उठाया था। हालांकि, बॉर्डर की सुरक्षा भले ट्रंप ने अपने हाथ ले लिया हो लेकिन असली लगाम कनाडा की ओर से लगाना जरूरी है। घुसपैठियों को लेकर कनाडा ने अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है।
- दूसरी ओर कनाडा से हर साल 25 से 30 हजार टन ड्रग्स की तस्करी होती है। बता दें कि कनाडा में गांजा की बिक्री लीगल है जिसके चलते इसकी धड़ल्ले से ड्रग्स तस्करी भी होती है। अब ट्रूडो ने इस्तीफा दे दिया है। कनाडा का नया पीएम कौन होगा वो भी देखना बाकी है। वहीं, ट्रंप कनाडा के नए पीएम को संदेश देना चाहते है कि अवैध धुसपैठ और ड्रग्स तस्करी पर लगाम नहीं लगी तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
हालांकि, यह असंभव है कि कनाडा, US का 51वां राज्य बनेगा लेकिन अगर ऐसा होता है तो क्या होगा?
अगर कनाडा किसी तरह अमेरिका का हिस्सा बन गया तो इसके राजनीतिक परिणाम महत्वपूर्ण हो सकते हैं। 40 मिलियन से अधिक की आबादी के साथ, कनाडा तुरंत कैलिफोर्निया को पीछे छोड़ते हुए संघ का सबसे बड़ा राज्य बन जाएगा। हालांकि, इसका राजनीतिक बदलाव और भी गहरा हो सकता है। कनाडा में वामपंथी सरकारों का इतिहास रहा है। यहां अधिकांश समय में लिबरल पार्टी सत्ता में रही है।
ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कनाडा डेमोक्रेटिक पक्ष की ओर झुकेगा, जिससे अमेरिकी कांग्रेस और राष्ट्रपति चुनावों में पार्टी का प्रभाव बढ़ेगा। दो डेमोक्रेटिक सीनेटरों और लाखों इलेक्टोरल वोटों के साथ, कनाडा डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक मजबूत पिलर बन जाएगा। कनाडा का 51वां राज्य बनने का विचार भले ही काल्पनिक है लेकिन अगर ऐसा हुआ तो राजनीतिक अटकलों और साजिशों को जन्म देगा। अब तक तो यह ट्रम्प का मजाक ही लगता है लेकिन कौन जानता है, कब क्या हो जाए?