अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को डेमोक्रेटिक सांसद इल्हान उमर पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि इल्हान ने अमेरिकी नागरिकता हासिल करने के लिए अपने भाई से शादी की थी। यह बयान तब आया जब अमेरिकी संसद ने इल्हान के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। दरअसल, रिपब्लिकन सांसद नैन्सी मेस ने इल्हान के चार्ली कर्क हत्याकांड पर दिए बयानों के लिए उन्हें सजा देने का प्रस्ताव रखा था, जिसे 214-213 वोटों से खारिज कर दिया गया।
नैन्सी मेस ने कहा था कि इल्हान को उनके जन्मस्थान सोमालिया वापस भेज देना चाहिए। 42 साल की इल्हान 2000 में अमेरिकी नागरिक बनी थीं। इल्हान ने मेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह झूठी कहानी बनाकर मेस सिर्फ पैसे जुटाने और गवर्नर की दौड़ में फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं। डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफ्रीज ने भी इस पर सवाल उठाया और कहा, ‘क्या यही रिपब्लिकन के बहुमत वाली संसद की सभ्यता है?’ उन्होंने हाल की हिंसक घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, 'हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां राजनीतिक हिंसा बढ़ रही है, जैसा कि हाल में मिनेसोटा में विधायकों की हत्या में देखा गया।'
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ट्रंप को आया गुस्सा
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इल्हान पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, 'सोमालिया, जहां इल्हान का जन्म हुआ, वहां सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। वहां गरीबी, भुखमरी, आतंकवाद, समुद्री डकैती, गृहयुद्ध, भ्रष्टाचार और हिंसा का बोलबाला है। 70% लोग अत्यधिक गरीबी में जीते हैं। सोमालिया दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में शामिल है। फिर भी इल्हान हमें अमेरिका चलाने का तरीका सिखाती हैं! क्या उन्होंने अपने भाई से शादी कर नागरिकता नहीं ली थी? हमारे देश में ऐसे लोग हमें बताते हैं कि क्या करना है। इसे ध्यान दें। अमेरिका को फिर से महान बनाएं!'
क्या इल्हान ने अपने भाई से शादी की थी?
यह अफवाह कई साल पहले तब शुरू हुई थी जब इल्हान मिनेसोटा स्टेट हाउस में थीं। 2016 में उन्होंने इसे 'पूरी तरह झूठा और हास्यास्पद' बताया था। उन्होंने अपनी शादी के बारे में भी बताया। यह विवाद इल्हान और उनके विरोधियों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।
कौन हैं इल्हान उमर
इल्हान उमर सोमाली मूल की अमेरिकी राजनेता हैं जो कि भारत विरोधी बयानों के लिए भी मशहूर रही हैं। वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का भी खासा समर्थन करती रही हैं। इल्हान ने पाक अधिकृत कश्मीर का दौरा किया था और वहां पर भारत विरोधी बयानबाजी की थी। उन्होंने हिंदूफोबिया को लेकर भी बयानबाजी की थी।
पीएम मोदी के भाषण का किया था विरोध
इल्हान ने पीएम मोदी के अमेरिकी संसद को संबोधित करने का भी विरोध किया था। उनका कहना था कि भारत सरकार अल्पसंख्यकों के प्रति अच्छा व्यवहार नहीं करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस वक्त अमेरिका के दौरे पर पहुंचे थे। इल्हान ने कहा था कि भारत हिंदू और राष्ट्रवादी गुटों का समर्थन करती है।
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इसके अलावा उन्होंने खालिस्तान समर्थन आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में अमेरिका की बाइडेन सरकार से अपील की थी कि वह कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार का समर्थन करे। उनका कहना था कि हरदीप सिंह निज्जर की भारत सरकार ने हत्या करवाई है जो कि बेहद चिंताजनक है।