अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के डायरेक्टर काश पटेल ने बताया है कि पाकिस्तान के नागरिक मोहम्मद शारजेब खान को कनाडा से अमेरिका लाया गया है। शाहजेब खान पर आरोप हैं कि वह अमेरिका में एक मास शूटिंग की योजना बना रहा था। इस शूटिंग में वह न्यूयॉर्क सिटी के यहूदी सेंटर में गोलीबारी करके यहूदियों की हत्या करना चाहता था। तब FBI ने इस खतरनाक प्लान को नाकाम कर दिया था। इतना ही नहीं, उस पर इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) की मदद करने का भी आरोप है। अब शाहजेब का प्रत्यर्पण किया गया है और उसे कनाडा से अमेरिका लाया गया है। काश पटेल ने कहा है कि अब शाहजेब को अमेरिकी न्याय का सामना करना पड़ेगा।
इस बारे में अमेरिका की अटॉर्नी जनरल पामेला बोंडी ने कहा है, 'विदेशी आतंकी संगठन ISIS अमेरिका के लोगों और यहूदियों के लिए स्पष्ट रूप से बड़ा खतरा है। डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस को गर्व है कि वह शाहजेब खान के प्रत्यर्पण को सफल बनाने में काम कर सका। हम पूरी कोशिश करेंगे कि इस आदमी को कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए।'
काश पटेल ने क्या बताया है?
FBI डायरेक्टर काश पटेल ने अपनी X पोस्ट में लिखा है, 'कनाडा में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शाहजेब खान नाम के शख्स का कनाडा से अमेरिका प्रत्यर्पण किया गया है। उस पर आरोप है कि उसने ISIS की मदद की और आतंकवादी कृत्य करने की कोशिश की। पिछले साल के आखिर में शाहजेब खान ने कनाडा से न्यूयॉर्क आने और ब्रुकलिन के यहूदी सेंटर में ISIS के समर्थन में मास शूटिंग करने की योजना बनाई थी। वह 7 अक्टूबर 2024 को हमला करने वाला था। यह तारीख इजरायल पर हमास के हमले की पहली बरसी थी।'
काश पटेल ने आगे लिखा है, 'शुक्र है कि FBI की टीमों और हमारे सहयोगियों ने शानदार काम किया और इस प्लान को न सिर्फ एक्सपोज किया बल्कि इसे बंद करने पर भी मजबूर किया। कनाडा के प्रशासन ने 4 सितंबर 2024 को ही शाहजेब खान को गिरफ्तार कर लिया था। अब वह अमेरिका आ चुका है और अमेरिकी न्याय का सामना करेगा। यह केस हमें यह याद दिलाता है कि दुनिया का हर कोना किस तरह से आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहा है और हमारे यहूदी समुदाय के खिलाफ किस तरह से खतरे बढ़े हैं।'
कौन है मोहम्मद शाहजेब खान?
पाकिस्तानी नागरिक शाहजेब खान को शाहजेब जादून के नाम से भी जाना जाता है। उसने नवंबर 2023 में सोशल मीडिया पर ISIS के बारे में पोस्ट करना शुरू किया था। वह ISIS के लिए अपना समर्थन जताता था और कई अन्य लोगों से एन्क्रिप्टेड मैसेज के जरिए बातचीत करता था। वह ISIS के प्रोपेगेंडा वीडियो और अन्य लिट्रेचर भी शेयर करता था। उसने दो अंडरकवर अधिकारियों से बातचीत की और उनसे अपने प्लान के बारे में बताया कि वह अमेरिका में आतंकी हमले करना चाहते थे। इसी बातचीत में उसने यह भी कहा था कि वह और उसका एक अमेरिकी साथ मिलकर अमेरिका के एक शहर पर AR-स्टाइल असॉल्ट राइफल लेकर हमला करने की योजना बना रहे हैं।
उसने इन दोनों अंडरकवर एजेंट्स को यह भी कहा था कि वे राइफल, गोलियां और अन्य चीजें जुटाएं और उस जगह की पहचान करें जहां हमला किया जा सकता है। उसने यह भी बताया कि उसने एक ऐसा स्मगलर भी ढूंढ लिया है जो उसे कनाडा से अमेरिका आसानी से पहुंचा सकता है। 4 सितंबर 2024 को जब उसे पकड़ा गया तब वह अमेरिका की ओर ही जा रहा था। वह टोरंटो से अमेरिका की ओर निकला था और उसे ऑर्म्सटाउन में रोक लिया गया जो कि अमेरिका-कनाडा बॉर्डर से सिर्फ 12 मील दूर है।
जिन आरोपों के तहत उसे गिरफ्तार किया गया है, उनके तहत अमेरिका में उसे अधिकतम 20 साल की सजा या आजीवन कारावास की सजा भी हो सकती है।