चीन के बौद्ध महंतों में पिछले कुछ दिनों से खलबली मची है। इसकी वजह है चीन के मशहूर शाओलिन मंदिर के महंत शी योंगक्सिन का स्कैंडल। CEO मोंक के नाम से दुनियाभर में मशहूर योंगक्सिन पर महंत होने के बावजूद कई महिलाओं से अवैध संबंध और नाजायज बच्चे पैदा करने के आरोप लगे हैं।
इसकी जानकारी रविवार को खुद चीन के बौद्ध संघ ने दी। संघ ने बयान जारी कर बताया है कि योंगक्सिन पर गबन से लेकर अवैध संबंध बनाने जैसे कई आरोप लगे हैं। चीन की कई एजेंसियां इन आरोपों की जांच कर रही हैं। फिलहाल, महंत शी योंगक्सिन को पद से हटा दिया गया है।
संघ ने कहा, 'महंत की गतिविधियां बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का खुला उल्लंघन हैं। शी योंगक्सिन के कामों ने बौद्ध समुदाय की प्रतिष्ठा और भिक्षुओं की छवि को नुकसान पहुंचाया है।'
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा है कि जो भी जानकारी सामने आएगी, उसे समय-समय पर जनता के साथ साझा किया जाएगा।
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क्या है चीन के CEO मोंक का स्कैंडल?
2000 के दशक की बात है। चीन के हेनान प्रोविंस की पहाड़ियों में बसे 1500 साल पुराने शाओलिन टेंपल में लोगों की भीड़ लगने लगी थी। विदेश से हजारों की तादाद में सैलानी शाओलिन मंदिर देखने आने लगे थे। इसकी वजह मोंक शी योंगक्सिन को माना जाता है।
1965 में पैदा हुए योंगक्सिन 16 साल की उम्र में ही बौद्ध भिक्षु बन गया था। 1999 में सिर्फ 34 साल की उम्र में उसे शाओलिन मंदिर का प्रमुख महंत बना दिया गया था। इसके बाद योंगक्सिन ने शाओलिन की कुंग फू मार्शल आर्ट्स को इतना फेमस कर दिया था कि एक के बाद एक इस पर फिल्में बनने लगी थीं। 2006 में रूस के राष्ट्रपति पुतिन तक ने शाओलिन मंदिर का दौरा किया था।
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योंगक्सिन की अध्यक्षता में शाओलिन ने न सिर्फ चीन बल्कि बाहर देशों में भी कुंग फू सिखाने के लिए स्कूल खोले। कुंग फू में माहिर बौद्ध महंत दुनियाभर में शो करने जाते थे। सदियों पुरानी मार्शल आर्ट की इस कला को फिर से जीवित करने और लोगों में उसके प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के चलते शी योंगक्सिन को CEO मोंक कहा जाने लगा। चीन में उनकी लोकप्रियत इस हद तक है कि वहां के सोशल मीडिया वीबो पर उनके 8 लाख 80 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए मशहूर
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, शी योंगक्सिन शाओलिन मंदिर में एकदम लेविश लाइफस्टाइल जी रहे थे। उनके पास वोक्सवैगन SUV थी, उनके कपड़ों में सोने के धागों से सिलाई होती थी। सरकार से लेकर प्राइवेट कंपनियों तक से उन्हें महंगे तोहफे दिए जाते थे। इतना ही नहीं महंत ने ऑस्ट्रेलिया में 26 हजार करोड़ का लग्जरी गोल्फ रिजॉर्ट भी बनाने की कोशिश की थी। विरोध के बाद इस प्रस्ताव को वापस लिया गया।
योंगक्सिन के महंत रहते शाओलिन टेंपल ने कुंग फू पर फिल्म बनाने से लेकर दवाइयां बेचने तक का काम किया। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, महंत ने मंदिर को मनी मेंकिंग मशीन यानी पैसे छापने वाली मशीन में तब्दील कर दिया था।
शी योंगक्सिन पर 2015 में भी गबन और मंदिर के फंड में हेरफेर करने के आरोप लगे थे। उस वक्त किसी अनजान शख्स ने एक लेटर लिखकर आरोप लगाया था कि योंगक्सिन की कई मिस्ट्रेस हैं। वह मंदिर के फंड से पैसे निकालकर उन्हें भेजते हैं। हालांकि, जांच में ये आरोप निराधार पाए गए थे।
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2015 में हुए विवाद के बाद योंगक्सिन ने BBC को एक इंटरव्यू दिया था। इस दौरान उनसे गबन के आरोपों पर सवाल किया गया, इस पर उसने कहा था, 'अगर कुछ गड़बड़ होती, तो अब तक सामने आ गई होती।'
महंत पर लगे आरोप कितने गंभीर?
बौद्ध धर्म में भिक्षुओं से उम्मीद की जाती है कि वे सादा और सांसारिक मोह से परे जीवन जीएंगे। वहीं, आलोचकों का कहना है कि शाओलिन का महंत, जिसे साधु की तरह जीना चाहिए, वह भड़कीले और महंगे कपड़े पहनता है। इससे धर्म की गरिमा और मंदिर की परंपरा धूमिल होती है।
योंगक्सिन पर यह भी आरोप लगता है कि उन्होंने शाओलिन मंदिर को एक धार्मिक स्थल की बजाय एक व्यवसायिक संस्था की तरह चलाना शुरू कर दिया। वहीं, BBC के मुताबिक चीन के लोगों को इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि महंत ने कितनी महिलाओं के साथ संबंध बनाए।
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वहां गबन सबसे बड़ा मुद्दा है। हाल ही के सालों में चीन की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती से ऐक्शन ले रही है। रक्षा मंत्री से लेकर विदेश मंत्रियों तक से पूछताछ हुई है। ऐसे में योंगक्सिन का मामला भ्रष्टाचार के लिहाज से काफी अहम है।