वायु प्रदूषण से दिल का दौरा, स्ट्रोक और चेस्ट पेन का खतरा बढ़ सकता है। जी हां, दिल्ली-NCR में जिस तरीके से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है उसे लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की है। हवा की खराब गुणवत्ता को देखते हुए अब दिल्ली में ग्रैप-4 लागू कर दिया गया है ताकि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
दिल्ली में AQI 500 के पार दर्ज किया जा चुका है जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। दिल के मरीजों और क्रॉनिक डिजीज से जूझ रहे है लोगों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक साबित हो सकती है।
क्या कहती है स्टडी
हाल ही में एक स्टडी में यह सामने आया है कि वायु प्रदूषण के कारण दिल के मरीजों में इंफ्लेमेशन यानी सूजन बढ़ने का खतरा रहता है, जो इस हार्ट कंडीशन को और बिगाड़ सकता है।
तो आइये जानते हैं कि कैसे वायु प्रदूषण दिल को नुकसान पहुंचा सकता है और ऐसे समय में अपने दिल का ख्याल कैसे रखें?
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण हवा में 2.5 PM और अन्य हाानिकारक गैस व कैमिकल होता है। इनके छोटे-छोटे कण आसानी से सांस के जरिए हमारे ब्लड में एंट्री करते है और शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंचते है जो दिल को नुकसान पहुंच सकता है। ये कण ब्लड वेसल्स को संकरा कर देते हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं। दिल की मांसपेशियों को कमजोर भी बना सकता हैं।
हार्वर्ड में किए गए स्टडी में क्या?
वायु प्रदूषण के कारण हार्ट डिजीज जैसे चेस्ट पेन, दिल का दौरा, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है। इससे समय से पहले मृत्यु का खतरा भी बढ़ सकता है, खासकर हृदय रोगी या फेफड़े की बीमारी वाले लोगों के लिए प्रदूषण बहुत खतरनाक है। इस साल की शुरुआत में हार्वर्ड में किए गए स्टडी में पाया गया कि पीएम 2.5 के संपर्क में आने से हृदय संबंधी बीमारी, विशेष रूप से इस्केमिक हृदय रोग, सेरेब्रोवास्कुलर रोग, हार्ट फेलियर और अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम बढ़ जाता है।
दिल को कैसे पहुंचेगा नुकसान?
प्रदूषण से ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंच सकता है। इससे सूजन हो सकती है और वेसेल्स सख्त होने लगते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन को बंद कर सकता है और दिल पर एक्स्ट्रा दबाव डाल सकता है। वायु प्रदूषण से ब्लड प्रेशन बढ़ सकता है जो दिल के मरीजों के लिए बहुत रिस्की है। हाई ब्लड प्रेशर दिल की मांसपेशियों को कमजोर बना सकता है जिससे ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचता है। वायु प्रदूषण दिल की मांसपेशियों को भी कमजोर बना सकता है। इससे हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।
किन बातों का रखें ध्यान?
मॉर्निंक वॉक करने से बचें
दिल्ली-NCR में इस समय मॉर्निंग वॉक करने से बचें। वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो तो ऐसे समय में घर पर रहने की कोशिश करें। दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
फिजिकल एक्टिविटी कम करें
वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो तो इंटेंस फिजिकल एक्टिविटी करने से बचें। साथ ही मास्क पहनें और हेल्दी खाना का सेवन करें।