आज के समय में गंभीर बीमारी की जांच के लिए सीटी स्कैन कराने की सलाह दी जाती है। सीटी स्कैन को लेकर चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है। यह स्टडी अमेरिका में हुई है जिसमें कहा गया कि हर साल कैंसर के 5 फीसदी मामले सीटी स्कैन के दौरान निकलने वाले रेडिएशन की वजह से होते हैं। सीटी स्कैन से होने वाले कैंसर का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। यह स्टडी मेडिकल जर्नल जामा इंटरनेशनल मेडिसिन में प्रकाशित हुई है।
रिसर्च में कहा गया कि 2023 में जितने सीटी स्कैन किए गए थे उनमें से 1 लाख 3 हजार लोगों को भविष्य में कैंसर होने का खतरा हो सकता है। इसमें करीब 10,000 बच्चे भी शामिल है। बच्चों में सीटी स्कैन से कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है। अगर किसी बच्चे का 4 बार से ज्यादा सीटी स्कैन हो रहा है तो उन्हें ब्रेन ट्यूमर, ब्लड कैंसर और लिम्फोमा जैसे कैंसर का खतरा दोगुना हो जाता है।
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अमेरिका में तेजी से हो रहे हैं सीटी स्कैन
स्टडी में बताया गया कि अमेरिका में एक हजार लोगों पर लगभग 300 सीटी स्कैन किए जाते हैं। वहीं, ब्रिटेन में ये संख्या 100 से भी कम है। इन आंकड़ों से साफ पता चलता है कि अमेरिका में सीटी स्कैन तेजी से हो रहे हैं। 2007 से 2023 के बीच में अमेरिका में सीटी स्कैन कराने वालों की संख्या 35 फीसदी बढ़ गई है।
आपको बता दें कि अमेरिका में सीटी स्कैन जांच में हर साल तेजी से इजाफा हुआ है। आमतौर पर डॉक्टर पहले एक्स रे कराने की सलाह देते हैं, जब मामला समझ नहीं आता तब सीटी स्कैन करवाने के लिए कहा जाता है। सीटी स्कैन करवाते समय इससे जो रेडिएशन निकलता है वो शरीर के डीएनए के लिए नुकसानदायक है। यही रेडिएशन कैंसर का कारण बनता है।
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बार-बार सीटी स्कैन करवाने वाले मरीज क्या करें
अगर डॉक्टर आपको सीटी स्कैन कराने के लिए कहता है तो उनसे पूछे कि क्या यह जरूरी जांच है। आप कोई भी टेस्ट कराने से पहले दूसरे डॉक्टर की राय जरूर लें। अगर आपको बार-बार सीटी स्कैन करवाना पड़ रहा है तो डॉक्टर से पूछे कि क्या सीटी स्कैन की जगह कोई टेस्ट करवा सकते हैं जो सेहत के लिए सुरक्षित हो।
क्यों किया जाता है सीटी स्कैन
जब डॉक्टर को किसी गंभीर बीमारी की आशंका होती है तभी सीटी स्कैन कराने के लिए कहा जाता है। सिर में जुड़ी बीमारी, कंधे से जुड़ा कोई गंभीर रोग, हार्ट की बीमारी और घुटने की समस्या के बारे में पता लगाने के लिए सीटी स्कैन करवाया है।