logo

ट्रेंडिंग:

डायबिटीज के मरीज भूलकर ना करें ये गलतियां, बढ़ सकती है परेशानी

डायबिटीज लाइफस्टाइल बीमारी है जो भारत में तेजी से अपने पैर पसरा रहा है। आइए जानते हैं डायबिटीज के मरीजों किन गलतियों को आमतौर पर करते हैं।

Diabetes

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना होता है। देश में 77 मिलियन लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं और 25 मिलियन से अधिक लोग प्री डायबिटिक हैं। ऐसे स्थिति में हमें लगता है कि डायबिटिज से पीड़ित इस बीमारी के साथ जीने का तरीका सीख चुके होंगे लेकिन हमें गलत सोचते हैं।

 

ऐसी कई छोटी- छोटी गलतियां हैं जिसे डायबिटीज मरीज नजर अंदाज कर देते हैं। ये चीजें आने वाले समय में आपके स्वास्थ्य के लिए समस्या का कारण बन सकती हैं। पैरों की देखभाल की अनदेखी से लेकर आंखों की जांच नहीं कराने तक, ऐसी कई गलतियां हैं जो डायबिटीज के मरीजों को नहीं करनी चाहिए।

 

ये भी पढ़ें- खराब लाइफस्टाइल से पड़ता है नींद पर असर, हो सकती हैं ये बीमारियां

 

पैरों की देखभाल को नजरअंदाज करना

 

डायबिटीज से पीड़ित लोग अक्सर अपने पैरों की देखभाल को अनदेखा कर देते हैं। हालांकि हाई ब्ल्ड शुगर की वजह से नसों को नुकसान पहुंचता है। इससे पैर में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।

 

ब्लड शुगर की जांच ना करना

 

ज्यादातर लोग ब्लड शुगर की जांच तभी करवाते हैं जब अस्वस्थ महसूस करते हैं लेकिन यह खतरनाक हो सकता है। ब्लड शुगर बिना किसी लक्षण के भी बढ़ जाता है। नियमित जांच करने से आप शुगर के पैटर्न को समझ सकेंगे और उस हिसाब से अपनी लाइफस्टाइल को बदल सकें।

 

एक्सरसाइज ना करना

 

कई डायबिटीज मरीज एक्सरसाइज इसलिए नहीं करते हैं कि उनका ब्लड शुगर कम हो जाएगा या उन्हें लगता है कि इस वजह से वे थक जाएंगे। हालांकि, फिजिकल एक्सरसाइज नहीं करने की वजह से इंसुलिन बढ़ सकता है और वजन भी बढ़ता है। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से शरीर स्वस्थ रहता है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है।

 

आंखों की जांच ना करना

 

डायबिटीज की वजह से आंखों की ब्लड वेस्लस को नुकसान पहुंचता है जिससे डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी समस्या हो सकती हैं। अगर आपने इसका इलाज नहीं करवाया तो आंखों की रोशनी जा सकती है। शुरुआत में इसके लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। कई लोगों को ये एहसास नहीं होता है कि इससे उनकी आंखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ सकता है। लगातार आंखों की जांच करवाने से इस तरह से समस्या नहीं होती है।

 

ये भी पढ़ें- प्रेग्नेंसी में जंक फूड खाने से बच्चे को हो सकता है ADHD का खतरा!

 

स्ट्रेस और नींद की कमी को नजर अंदाज करना

 

तनाव लेने की वजह से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है जबकि नींद की कमी इंसुलिन सेंसिटिविटी को प्रभावित करती है। कई लोग सिर्फ डाइट और दवाओं पर ध्यान देते हैं, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य को अनदेखा कर देते हैं। योग करने से तनाव कम होता है और पर्याप्त नींद लेने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

 

सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना

 

कई डायबिटीज के मरीजों को लगता है सिर्फ दवा लेना ही काफी है। वे लोग अपने लाइफस्टाइल पर खास ध्यान नहीं देते हैं। डायबिटी को नियंत्रित रखने के लिए दवाओं के साथ संतुलित आहार, एक्टिव लाइफस्टाइल को फॉलो करना

 

 Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।

 

 

 
Related Topic:#Diabetes#Health

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap