अधिक गर्मी की वजह से स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। गर्मी की वजह से हीट स्ट्रोक, दिल की बीमारियां, किडनी की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पर्यावरण में बदलाव होने से शरीर के काम करने की तरीका पर भी प्रभाव पड़ता है और हमें जल्द बूढ़ा बनाते हैं।
Science Advances जर्नल में हाल ही में स्टडी पब्लिश हुई है जिसमें बताया गया कि अधिक गर्मी की वजह से शरीर की कोशिकाएं और टिशूज कमजोर हो जाती है जिससे बुढ़ापे से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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गर्मी की वजह से जल्द आता है बुढ़ापा
शोधकर्ताओं ने अमेरिका के 3600 से ज्यादा बुजुर्ग लोगों के खून के सैंपल की जांच ली। शोधकर्ताओं ने लोगों की उम्र का पता लगाने के लिए एपीजिनेटिक क्लॉक का इस्तेमाल किया जो डीएनए में हुए बदलाव को जांचता है। इस तकनीक का इस्तेमाल डीएनए में होने वाले छोटे छोटे बदलावों को मापने के लिए किया जाता है जो उम्र बढ़ने के साथ बदलते रहते हैं। इस प्रकिया को डीएनए मिथाइलेशन कहा जाता है।
हमारे लाइफस्टाइल, पर्यावरण, तनाव की वजह से जीन्स में बदलाव आता है। इस वजह से हमारी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया पर प्रभाव पड़ता है। एक शोध चूहों पर भी किया गया था जिसमें पता चला कि बहुत ज्यादा गर्मी से डीएनए में बदलाव आता है और इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है। शोध में पाया गया कि गर्मी की वजह से डीएनए पर प्रभाव पड़ता है और शरीर जल्दी बूढ़ा होने लगता है।
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धूम्रपान जितना शरीर को नुकसान पहुंचाती है अधिक गर्मी
स्टडी में पाया गया कि जो बुजुर्ग लोग बहुत ज्यादा गर्म इलाके में रहते हैं उनकी उम्र ज्यादा तेजी से बढ़ती है। स्टडी में पाया गया कि जो बुजुर्ग लोग बहुत ज्यादा गर्म इलाके में रहते हैं उनकी उम्र ज्यादा तेजी से बढ़ती है। जो लोग ऐसे इलाकों में रहते हैं जहां हर कम से कम 140 दिन बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है वे लोग अपनी उम्र से 14 महीने ज्यादा बूढ़े दिख सकते हैं उन लोगों को मुकाबले जहां पर तापमान ठंडा है। बहुत ज्यादा गर्मी हमारे शरीर को इतना ही नुकसान पहुंचाती है जितना धूम्रपान और ज्यादा शराब पीना।