लिवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जो शरीर से टॉक्सिन वाली चीजों को बाहर निकालता है। इस कारण आप बीमारियों से बचे रहते हैं। लिवर में सेल्फ डिफेंस सिस्टम होता है। ये सिस्टम कैंसर जैसी घातक बीमारी को शुरू होने से पहले रोकने की क्षमता रखता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों ने खुलासा किया कि ये सेफगार्ड सिस्टम कैसे विफल हो सकता है। उन्होंने बताया कि कैसे दुनियाभर में लिवर कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
लिवर कैंसर, छठा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है और दुनियाभर में कैंसर से होने वाली मौतों का चौथा प्रमुख कारण है। पिछले दो दशकों में इन मामलों में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 'नेचर' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, खराब डाइट, फैटी लिवर बीमारी और लिवर कैंसर के बीच में संबंध देखने को मिला है।
फैटी लिवर डिजीज की भूमिका
फैटी लिवर बीमारी मुख्य रूप से इसका गंभीर रूप है जिसे मेटाबॉलिक डिसफंक्शन एसोसिएटेड स्टीटोहेपटाइटिस (MASH) कहा जाता है। ये लिवर कैंसर का प्रीकर्सर है। अधिक फैट और शुगर वाली चीजों को खाने से MASH बनता है जो दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। यूसी सैन डिएगो में फार्माकोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. माइकल कैरिन ने बताया, 'एमएएसएच से लिवर में सूजन आ जाती है। कई लोगों को इस वजह से लिवर कैंसर या लिवर फेलियर हो सकता है और इससे बचने के लिए लिवर ट्रांसप्लाट भी करवाना पड़ता है। अमेरिका में 25 प्रतिशत लोगों का फैटी लिवर है जिनमें से 20 प्रतिशत एमएएसएच से प्रभावित है'।
कैंसर प्राकृतिक सुरक्षा तंत्र को कैसे चुनौती देता है
हमारे शरीर में सेल्फ प्रोटेक्टिव मैकेनिज्म होता है जिसे सेलुलर सेनेसेंस कहा जाता है जो कैंसर सेल्स को रोकने में मदद करता है। अपनी रिसर्च में यूसी सैन डिएगो टीम ने पता लगाया कि कैसे ये डिफेंस मैकेनिज्म लिवर में उल्टा पड़ जाता है। रिसर्च में चूहों और ह्यूमन के टिशूज पर अध्ययन किया गया जिसमें पता चला कि हाई फैट और शुगर वाली चीजें ज्यादा मात्रा में खाने से कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचा है और सेल्स जल्द बूढ़े हो जाते हैं। ये सेल्स ज्यादातर नुकसानदायक नहीं होते हैं। कुछ सर्वाइव करते हैं और म्यूटेट हो जाते हैं। इसमें FBP1 नाम का एंजाइम ट्यूमर के सेल्स को दबाए रखने में मदद करता है। ये सेल्स को बूढ़ा नहीं होने देते हैं। इस कारण सेल्स डिवाइड नहीं होते हैं।
लिवर को कैसे रखें हेल्दी
बैलेंस डाइट अपनाएं- अपनी डाइट से प्रोसेस्ड फूड, शुगर और फैट वाली चीजों को हटा दें।
लिवर की सेहत पर दें ध्यान- रेगुलर चेकअप से आप पता कर सकते हैं कि आपको फैटी लिवर की बीमारी तो नहीं है।
लाइफ में प्रो एक्टिव रहे- अपने लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करें, एक्सरसाइज करें और पौष्टिक आहार खाएं।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध सामान्य जानकारी और डॉक्टर से बातचीत पर आधारित है। सही परामर्श के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।