आज कल हम में से ज्यादातर लोग बाहर की तली भूनी चीजें, प्रोसेस्ड फूड, चीनी वाली चीजों का अधिक सेवन करते हैं। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे लिवर पर पड़ता है क्योंकि ये हमारे शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। पिछले कुछ सालों में फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़े हैं। फैटी लिवर एक कॉमन डिजीज बन गई है। लोगों को लगता था कि जो लोग शराब का सेवन करते हैं उन्हें फैटी लिवर की समस्या होती है।
ये एक मिथ है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में NAFLD (नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज) के मामले ज्यादा है। विश्वभर में करीब 38 लोग फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं जिसमें से ज्यादातर लोग शराब नहीं पीते हैं। आइए जानते हैं क्या होता है फैटी लिवर, क्या है इसके लक्षण और बचाव।
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क्या होता है फैटी लिवर
फैटी लिवर- जब लिवर में 5 प्रतिशत से ज्यादा फैट जमा हो जाता है। फैटी लिवर में दो प्रकार का होता है।
अल्कोहोलिक फैटी लिवर- शराब पीने की वजह से फैटी लिवर होना।
नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर- इसका कारण शराब नहीं है। बल्कि ये बीमारी मोटापा, डायबिटीज और मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर की वजह से होते हैं। नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर की समस्या सिर्फ युवाओं में ही नहीं बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है। इसमें फैटी लिवर होने का मुख्य कारण चीनी है क्योंकि बाजार में मिलने वाली हर चीज में शुगर होता है।

WHO के मुताबिक, हर एक व्यक्ति को रोजाना 25 ग्राम यानी 6 चम्मच चीनी खानी चाहिए। यहां चीनी का मतलब दाने वाली चीनी से नहीं, कार्ब्स वाली चीजों से है जिससे हमें एनर्जी मिलती है। यहां तक कि बाजार में मिलने वाली एडेड शुगर भी शामिल है जो खाने में नमकीन लगती है। ये सभी चीजें लिवर के लिए हानिकारक है।
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लिवर का काम खाने को पचाना है। दिन भर में हम जितना भी शुगर वाली चीजें खाते हैं उसे ब्रेक करके ग्लूकोज में बदलता है और एक्सट्रा फैट को जमा कर लेता है। ये एक्सट्रा फैट लिवर के लिए धीरे-धीरे बोझ बन जाता है क्योंकि हम लोग घंटों एक ही जगह बैठकर काम करते हैं। ज्यादातर लोग फिजिक्ल एक्टिविटी नहीं करते हैं जिस कारण से ये बीमारियां तेजी से बढ़ी है।
फैटी लिवर होने के लक्षण
पेट के ऊपर हिस्से में दर्द होना
लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना
भूख कम लगना
गंभीर स्थिति में त्वचा या आंखों में पीलापन
पैरों में सूजन
फैटी लिवर के लक्षणों को नजरअंदाज किया तो लिवर सिरोसिस, डायबिटीज और हार्ट डिजीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा लंग कैंसर भी हो सकता है।
कैसे करें बचाव
बैलेंस डाइट लें।
रेगुलर एक्सरसाइज करें।
वजन कंट्रोल करें।
शराब से दूरी बनाएं।
खाने में प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड का सेवन ना करें।
Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।