logo

ट्रेंडिंग:

सावधान! कहीं आप भी तो नहीं खरीद रहे केमिकल वाले तरबूज, ऐसे करें पहचान

गर्मियों के मौसम में तरबूज की बिक्री बढ़ जाती है लेकिन लोगों को इसे खरीदने से पहले सावधानी बरतने की जरूरत है।

 Adulterated watermelon

तरबूज (Photo Credit: Freepik)

गर्मी के मौसम में मौसमी फलों की बिक्री बढ़ जाती है। इस मौसम में खासतौर से तरबूज, खरबूजा, मौसमी आदि फलों का सेवन किया जाता है। तरबूज को खाने से शरीर ठंडा और हाइड्रेटेड रहता है। यह फल खाने में ठंडा होने के साथ- साथ स्वाद में मीठा होता है। तरबूज में कई तरह के पोषक तत्वों मौजूद होते हैं जो बीमारियों से बचाते हैं।

 

बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी को तरबूज बहुत पसंद होता है। आजकल बाजारों में नकली तरबूज की ब्रिकी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इनमें केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है ताकि इनका रंग ज्यादा लाल दिखे।

 

ये भी पढ़ें- भीषण गर्मी कैसे बन सकती है जानलेवा? एक्सपर्ट से समझिए

 

केमिकल वाला तरबूज सेहत के लिए है हानिकारक

 

केमिकल वाले तरबूज में Erythrosine B नाम का केमिकल इंजेक्ट किया जाता है। इस केमिकल का डाई लाल रंग का होता है। इस केमिकल का इस्तेमाल तरबूज को ज्यादा लाल और मीठा दिखाने के लिए किया जाता है। इस केमिकल वाले तरबूज को खाने से सेहत को नुकसान पहुंचता है। 

 

इन केमिकल वाले तरबूज को खाने से पेट दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या होती है। अगर आप लंबे समय तक केमिकल वाले तरबूज का सेवन कर रहे हैं तो इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।

 

ये भी पढ़ें-  मोटापे से हैं परेशान? पेट की चर्बी कम करने के लिए करें ये योगासन

 

कैसे पहचाने केमिकल वाला तरबूज

 

FSSAI ने अपने इंजेक्शन वाले तरबूज को पहचानने का तरीका बताया है। सबसे पहले तरबूज को काटिए फिर एक साफ रूई का टुकड़ा लें। अब उस रूई के टुकड़े को तरबूज के गूदे पर रगड़ें। अगर रूई पर लाल रंग आ जाए तो समझ लें ये तरबूज नकली रंग से तैयार किया गया है। वहीं, अगर रूई पर कोई रंग नहीं आए तो समझ लें आपका तरबूज सेफ और नेचुरल है। अब अगली बार तरबूज खरीदते समय इस बात का हमेशा ध्यान रखिए।

 

 

 

 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap