कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे हर साल लाखों लोग मरते हैं। इस बीमारी का इलाज ढूंढ़ने के लिए वैज्ञानिक सालों से रिसर्च कर रहे हैं। बंगाल के शोधकर्ता डॉक्टर स्वपन कुमार घोष ने एक स्टडी की है जिसमें उन्होंने बताया है कि बंकुरा और बीरभूम के जंगलों में जो मशरूम मिलता है उससे कैंसर का इलाज किया जा सकता है। ये मशरूम सिर्फ बारिश के मौसम में महुआ और साल के पेड़ों के आस-पास उगता है। डॉक्टर घोष ने अपनी टीम के साथ ये अध्ययन किया है। उनकी ये स्टडी नेचुरल साइंटिफिक रिपोर्ट में प्रकाशित हुई है।
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स्टडी में उन्होंने बताया कि mushroom Astraeus asiaticus में एफ 12 (F12) नाम का रसायन मिलता है जिसकी मदद से सर्वाइक्ल, ब्रेस्ट और लंग कैंसर को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने अपनी स्टडी में बताया है कि एफ 12 में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण होते हैं। फ्री रेडिकल्स और रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज डेएनए मेटाबॉलिज्म के दौरान बनते हैं जो डीएनए और सेल्स को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं जिसकी वजह से कैंसर और अन्य बीमारियां हो सकती है।
मशरूम में मौजूद F 12 में क्या है खास
एफ 12 में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद करता है। टेस्ट को दौरान पाया गया है कि एफ 12 में 6 तरह के रसायन होते हैं जो कैंसर के सेल्स का इलाज करने में मदद करता है। डॉक्टर घोष ने कहा, इसमे सबसे खास बात क्या है कि एफ 12 के इस्तेमाल से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
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ये किसी अन्य कोशिकाओं ( सेल्स) को नुकसान नहीं पहुंचाता है। कीमोथेरेपी कैंसर के सेल्स को मारता है लेकिन इसका प्रभाव हेल्दी सेल्स पर भी पड़ता है जिसकी प्रभाव शरीर पर नजर आता है। उन्होंने कहा कि ह्यूमन ट्राइल के लिए हम लोगों को सरकारी अस्पताल से चुनेंगे। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में कैंसर का इलाज जल्द मिल सकता है।
Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।