हर साल 8 मार्च को अंतरराष्टीय महिल दिवस मनाया जाता है। ये खास दिन महिलाओं को समर्पित होता है। इस खास दिन पर महिलाओं की उपलब्धियों और उन्हें सम्मानता का अधिकार देने पर चर्चा होती है। आज के समय में महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। राजनीति हो या बिजनेस हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी मेहनत के बल से अपना अलग नाम बनाया है। महिलाओं को मल्टी टास्कर कहा जाता है, वह घर के साथ-साथ ऑफिस भी संभाल लेती हैं।
बिजनेस के क्षेत्र में भी महिलाएं अपना नाम बना रही हैं। यहां तक पहुंचना महिलाओं के लिए कभी भी आसान नहीं रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं पहली महिला कौन है जिन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया। उस समय में और ज्यादा समझा जाता था कि बिजनेस और बाहर का काम -काज सिर्फ पुरुषों करते हैं। अगर नहीं तो हम बताते हैं।
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कौन है भारत की पहली बिजने सवुमन
भारत की पहली बिजनेस वुमन कल्पना सरोज है। वह कमानी ट्यूब्स की भी चेयरपर्सन हैं। सरोज की शादी महज 12 साल की उम्र में हो गई थी। उनके पति और परिवार वाले उन्हें मारते थे। ये देखकर सरोज के पिता उन्हें वहां से अपने घर ले आए। 16 साल की उम्र में वह मुंबई चली आई। कुछ दिनों तक फैक्ट्री में काम किया है। उन्होंने सरकार से मिलने वाले कर्ज का साहरा लेकर टेलरिंग का काम शुरू किया। इसके बाद फर्नीचर का काम शुरू किया और बाद में फिल्म प्रोडक्शन कंपनी खोली। उनकी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी को केएस फिल्म प्रोडक्शन के नाम से जाना जाता है।
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सरोज ने घाटे में चल रही कमानी ट्यूब्स की कंपनी खरीदी और साल 2001 में कंपनी को फायदा पहुंचा। आज वह 112 मिलियन डॉलर की मालकिन हैं। साल 2013 में उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें भारत सरकार ने भारतीय महिला बैंक में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के रूप में भी नियुक्त किया है।
भारत में बढ़ रही हैं स्टार्टअप कंपनियां
भारत में सरकार स्टार्टअप शुरू करने के लिए लोगों को आसान दर पर ब्याज मिलता है। वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रायल के मुताबिक, स्टार्टअप इंडिया इनिशिएटिव के तहत भारत में 1,57,066 स्टार्टअप है जिसमें से 73000 स्टार्टअप की डायरेक्टर महिला है। इसमें से 100 ज्यादा कंपनियां यूनिकॉर्न (जब किसी स्टार्टअप की वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर यानी 8,200 करोड़ से ज्यादा हो जाता है तो उसे यूनिकॉन कहते हैं)। विश्व में तीसरे नंबर पर सबसे ज्यादा स्टार्टअप कंपनियां भारत में है। ये डेटा साल 2024 का है। महिलाएं अगर बिजनेस के सैक्टर में आएंगी तो नए आइडिया भी आएंगे। ज्यादातर लोगों को रोजगार मिलेगा। भारत की जीडीपी भी बढ़एगी।