आम को फलों का राजा कहा जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में आम की विभिन्न किस्में पाई जाती हैं। ऐसे में आपको बता दें कि मियाजाकी आम दुनिया के सबसे महंगों आमों में से एक है जिसकी खेती जापान में होती है। अब मियाजाकी आम की खेती भारत में भी कुछ जगहों पर शुरू हुई है। इस आम की कीमत प्रति किलो 2.5 से 3 लाख रुपये है। आम की इस किस्म की चर्चा काफी ज्यादा हो रही है।
इस आम को जापान के क्यूश प्रांत के मियाजाकी शहर में उगाया जाता है। 1980 में मियाजाकी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों और स्थानीय लोगों ने मिलकर इस आम की खेती करनी शुरू की थी। इसकी शेल्फ लाइफ ज्यादा होती है। इस आम को Taiyo No Tamago कहा जाता है। इस आम को अप्रैल के अगस्त के बीच में तोड़ा जाता है। यह आम पकने पर बैंगनी से लाल रंग में बदलता है।
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क्यों महंगा है मियाजाकी आम
मियाजाकी को उगाने में एक अलग तरह की तकनीक का इस्तेमाल होता है। हर आम को अलग से जाल में लपेटा जाता है और खास धूप और तापमान के साथ उगाया जाता है। किसान अक्सर आम के फूलों में हैंड पोलिनेशन करते हैं, जो एक मेहनत भरा काम है, लेकिन इससे फल की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बढ़ती है। यह आम बहुत कम मात्रा में उगते हैं। इन्हें बेचने से पहले इनके आकार, वजन और मिठास की सख्ती से जांच करने के बाद ही इन्हें हाथों से तोड़ा जाता है।
भारत में मियाजाकी की खेती
मियाजाकी आम की खेती भारत में सबसे पहले ओडिशा और बिहार के किसानों ने शुरू की थी। उन्होंने इस पौधे को जापान से मंगवाया था। अब इस आम की खेती महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक फैल गई है। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि भारत में उगाए गए मियाजाकी आम में जापानी आम जैसा स्वाद और बनावट नहीं है।
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मियाजाकी आम के फायदे
मियाजाकी आम पोषक तत्व से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए और डाइटरी फाइबर होता है। विटामिन सी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है, विटामिन ए आंखों और त्वचा के लिए अच्छा होता है। फाइबर पाचन में मदद करता है। इसके अलावा एंटी ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है।