मिठाइयों के बिना कोई भी त्योहार अधूरा है। दिवाली हो या ईद मिठाइयों की मांग हर त्योहारी सीजन में बढ़ जाती है। ऐसे में मिठाइयों में मिलावट की खबरें भी कई बार देखने और सुनने को मिलती हैं। त्योहार के आगमन के साथ ही नकली घी, मावा और डेयरी प्रोडक्ट में मिलावट का दौर जारी रहता हैं। ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि आप जो मिठाई खा रहे है वो कहीं जहर तो नहीं। इसी को देखते हुए बुधवार (30 अक्टूबर) को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम सरोजिनी नगर मार्केट पहुंची है। यहां टीम ने मिठाइयों में मिलावट की जांच का इस्पेक्शन किया है।
मिठाई की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए क्या करते है दुकानदार?
मिठाई की सेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए कैमिकल और तेल का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आपको भी समझ नहीं आएगा की कौन सी मिठाई असली है और कौन सी नकली। मिलावटी मिठाई की पहचान कैसे करें यह जानना हर किसी को जरूरी है। तो आइये आज हम आपको बताते हैं कि मिलावटी मिठाई की पहचान कैसे की जाएं?
ऐसे होती है खोए में मिलावट
अगर मिठाई बनाने की जगह पर साफ-सफाई नहीं है और दूषित जगह पर तैयार की जा रही है तो ऐसी जगहों की मिठाई की पहचान हर कोई कर सकता है। वहीं, पैसे कमाने के चक्कर में कई दुकानदार मिठाइयों में 2 तरीकों की मिलावट करने में बिल्कुल भी नही झिझकते है। अधिकत्तर मिठाई में मावा का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में दुकानदार खोया में 2 तरह की मिलावट कर रहे है। पहली स्टार्च यानी आलू-सूजी की और दूसरी पॉम-रिफाइंड ऑयल की मिलावट। इसको आप आसानी से पकड़ सकते है कि मिठाई में असली खोया डाला गया है कि नहीं।
कैसे करें असली मावा की जांच?
अगर आप मावा खरीदते है तो बाजार से इसकी शुद्धता की जांच करने के लिए आयोडीन सॉल्यूशन खरीद लें। इसका एक बूंद मावा पर डालकर चेक करें की इसका कलर काला या नीला तो नहीं हो रहा। अगर हां, तो समझ जाइये कि मावा नकली है। इसके अलावा आप मावा को खा कर देखें। अगर खाने में कसैला स्वाद लगे तो मावा नकली है।
इन तेलों में बनी मिठाई की पहचान कैसे करें?
मिठाई में शुद्ध देसी घी की जगह रिफाइंड. सोयाबीन और वनस्पति ऑयल का इस्तेमाल भारी मात्रा में किया जा रहा हैं, क्योंकि यह सस्ते होते है। हालांकि, इस तेल में तैयार किए गए मिठाइयों को खाने से गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इसकी जांच भी आप खुद कर सकते है। अगर मिठाई को खाने के दौरान उसका स्वाद हल्का मीठा और कसैला लग रहा है तो इन मिठाइयों में रिफाइंड या सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया गया है।
पनीर में भी मिलावट
भारी मात्रा में पनीर में भी मिलावट देखने को मिल रही हैं। ऐसे में पनीर असली है या नकली इसका पता लगाना भी बहुत मुश्किल हो जाता है, क्योंकि मिलावट वाला असली पनीर जैसा ही दिखेगा, लेकिन उसकी चिकनाहट खत्म हो जाती है। इसे बनाए रखने के लिए पनीर रिफाइंड ऑयल या स्टार्च मिलाते हैं।
मिठाई खरीदते समय कौन सी सावधानी रखें?
हाइजीन या टेस्ट से पता लगा सकते हैं।
रंगीन या कलरफुल मिठाइयों को खरीदने से बचें।
ऐसी दुकान से मिठाई खरीदें जिसके आप पुराने ग्राहक रह चुके हैं।
दुकान की साफ-सफाई को देखते हुए मिठाई खरीदे।