logo

ट्रेंडिंग:

बुढ़ापे में भी नहीं होगा डिमेंशिया, बस हर दिन चलें, सामने आई नई स्टडी

डिमेंशिया खासतौर से बुजुर्गों को होती है। भारत में 88 लाख लोग इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। क्या आप जानते हैं रोजाना चलकर आप इस बीमारी के खतरे को कम कर सते हैं। आइए समझते हैं कैसे?

walking cause dementia

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

चलना हमारा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। अगर आप रोजाना 30 से 45 मिनट तक चलते हैं तो वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां होने का खतरा भी कम हो जाता है। 2050 तक भारत में बुजुर्गों की संख्या 19.1% तक पहुंचने की संभावना है। इसी के साथ मौत की सबसे बड़ी वजह हार्ट अटैक बन रही है। रोजाना चलने से आप इस गंभीर बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। खासतौर से बुजुर्गों को हार्ट अटैक और डिमेंशिया (याददाशत जाना) का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।

 

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिकल साइंस (NLM) में छपी स्टडी के मुताबिक, भारत में 60 या उससे ज्यादा उम्र के 7. 4% बुजुर्ग डिमेंशिया से पीड़ित हैं। यह बीमारी उम्र, शिक्षा, लिंग, ग्रामीण और शहरी इलाके में रहने, इन सभी बातों पर निर्भर करती है। भारत में 88 लाख बुजुर्ग डिमेंशिया से जूझ रहे हैं। खासतौर पर महिलाओं और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों में डिमेंशिया के सबसे ज्यादा मामले पाए गए हैं। इसलिए जरूरी है कि राज्य और स्थानीय स्तर पर विशेष योजनाओं  को लाया जाए ताकि लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ें।

 

यह भी पढ़ें- 40 की उम्र दिखेंगी 25 की, त्वचा का ऐसे रखें ख्याल, अपनाएं यह टिप्स

चलने से डिमेंशिया का खतरा होता है कम

शोध में पाया गया कि चलने की गति और समय दोनों ही हमारे दिमाग पर असर डालते हैं। जो लोग नियमित रूप से तेज चलते हैं उनकी याददाशत अच्छी रहती है। NLM की स्टडी के मुताबिक, चलना एक आसन तरीका है जिसकी मदद से आप डिमेंशिया से बच सकते हैं। चलना एक आसान प्रक्रिया है जिसके लिए आपको कोई ट्रेनिंग या इक्वपमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है। जो महिलाएं नियमित रूप से रोजाना चलती हैं उन्हें डिमेंशिया होने का खतरा कम रहता है। 

 

वहीं, जो बुजुर्ग पुरुष रोज चलते हैं उनमें अलजाइमर होने का खतरा काफी कम होता है। स्टडी में बताया गया, 'जो लोग हर हफ्ते 360 मिनट से ज्यादा चलते हैं उनमें दिमागी बीमारियां होने का खतरा कम होता है। जो लोग मीडिल ऐज यानी (40- 64) साल के बीच में चलना शुरू करते उन्हें ज्यादा फायदा होता है। उन लोगों के मुकाबले जो बुढ़ापे में चलना शुरू करते हैं।

 

यह भी पढ़ें- जुबान को भाने वाला पनीर कहीं दिल को बीमार न कर दे

रोजाना चलने के फायदे

  • बॉडी फैट और वजन कम होता है
  • कोलेस्ट्रॉल का लेवल बेहतर होता है।
  • हार्ट संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।
  • शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
Related Topic:#Walking#Dementia

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap