हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मुख्य रूप से लोगों को योग के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर योग करवाया जाता ताकि लोग इसकी महत्व समझें। 27 दिसंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को विश्व भर में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था जिसे संयुक्त राष्ट्र महाभसा ने 11 दिसंबर 2014 को मंजूरी दे दी थी।
योग सदियों से भारतीय समाज की परंपरा रही है। योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन शांत रहता है। क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर योगासनों के नाम पशु और पक्षियों से प्रेरित हैं जिसमें मयूरासन, उष्ट्रासन, भुजंगासन, कपोतासन समेत कई आसनों का नाम शामिल है।
ये भी पढ़ें- PCOS की समस्या से हैं परेशान? इन योगासनों से बैलेंस करें हार्मोन
पशु पक्षियों के नाम पर क्यों है ज्यादातर योगासनों के नाम?
पशु और पक्षियों की गतिविधियों, शक्ति और लचीलेपन से प्रेरित होकर योगासनों के नाम रखे गए ताकि हमारे अंदर भी उनके ये गुण आ सकें। कोबरा की शक्ति, मोर का संतुलन हमें जीवन में संतुलन और शक्ति का पाठ पढ़ाते हैं। ये आसन हमें शारीरिक, मानसिक ही नहीं भावनात्मक रूप से भी बेहतर बनाते हैं। ये सभी आसन हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। आइए समझते हैं कैसे?
भुजंगासन

भुजंगासन को कोबरा मुद्र भी कहा जाता है। इस आसन को करने से पीठ दर्द की समस्या ठीक होती है और तनाव से राहत दिलाता है।
कैसे करें
इसके लिए सबसे पहले पेट के बल मैट पर लेट जाएं।
दोनों पैरों को सीधे रखें और तलवे ऊपर की ओर ले जाएं।
हाथों के सहारे छाती को ऊपर उठाएं और गहरी सांस लें।
इस दौरान कोहनियां को मोड़ी हुई और कंधे को पीछे की ओर खींचें।
इस मुद्रा में करीब 15 से 20 सेकंड तक रहें।
धीरे धीरे शरीर को रिलेक्स करें।
उष्ट्रासन
यह आसन ऊंट की तरह रीढ़ को लचीला बनाता है। यह आसन उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है जिन्हें रीढ़ की हड्डी या पीठ में दर्द रहता है। इस आसन को करने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता है जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है, उनके लिए यह आसन काफी फायदेमंद होता है।
ये भी पढ़ें- मोटापे से हैं परेशान? पेट की चर्बी कम करने के लिए करें ये योगासन
कपोतासन

कपोतासन यानी कबूतर के मुद्रा में बैठना। इस आसन को करने से कूल्हों, जांघों और पीठ से संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है।
मयूरासन

इस आसन का नाम मोर से आया है। इस आसन को करने से मन शांत रहता है। यह आसन आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
मकरासन

मकरासन करने से तनाव कम होता है और रीढ़ को आराम देता है। इस आसन में मगरमच्छ की तरह स्थिर मुद्रा में रहना होता है।
बकासन

बकासन को तितली या बद्ध कोणासन भी कहते हैं। यह आसन आपके कलाइयों, बांहों को मजबूत बनाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है।