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सिगरेट ही नहीं, जहरीली हवा से भी हो रहा है कैंसर, स्टडी में खुलासा

विश्व कैंसर दिवस 2024 पर लैसेंट की चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया कि धूम्रपान ना करने वालों में भी कैंसर के मामले बढ़े हैं।

Lung Cancer

फेफड़े का कैंसर की प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

आज विश्व कैंसर दिवस है। इस दिन खासतौर पर कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी की वजह से हर साल लाखों मौतें होती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑगर्नाइजेशन के मुताबिक, 5 में से हर एक व्यक्ति फेफड़े के कैंसर से मर रहा है। हमेशा से माना गया है कि फेफड़े का कैंसर मुख्य रूप से धूम्रपान करने की वजह से होता है लेकिन नई रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

लैंसेट की स्टडी में खुलासा हुआ कि फेफड़े का कैंसर अब धूम्रपान ना करने वालों में भी तेजी से बढ़ रहा है।

 

लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि बिना धूम्रपान किए भी लंग कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस स्टडी को इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने किया है। इन शोधकर्ताओं ने 'ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी 2022 डेटासेट' के साथ अन्य डेटा का भी विशलेषण किया है।

 

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धूम्रपान ने करने वालों में बढ़ा लंग कैंसर का खतरा

शोधकर्ताओं ने पाया कि एडेनोकार्सिनोमा (ऐसा कैंसर जो बलगम और पाचन में मदद करने वाले तरल पदार्थ उत्पन्न करने वाली ग्रंथियों में शुरू होता है) पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया गया। ये वो लोग है जो नॉन-स्मोकर्स हैं। रिसर्च में पाया गया कि 2022 में दुनियाभर में लंग कैंसर के कुल मामलों में 53 से 70 % उन लोगों में पाया गया जिन्होंने कभी से धूम्रपान नहीं किया। शोधकर्ताओं ने लिखा, ‘विश्व भर के कई देशों में धूम्रपान का प्रचलन कम होता जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी कभी धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों में फेफड़े के कैंसर का अनुपात बढ़ रहा है।’

 

किस कारण से हो रहा है लंग कैंसर

 

फेफड़ों का कैंसर आज कैंसर से संबंधित मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। वातावरण में मौजूद सूक्ष्म कण (PM 2.5) फेफड़ों की गहराई में जाकर कोशिकाओं (सेल्स) को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।  2022 में लंग कैंसर से पीड़ित महिलाओं में से 80,378 मामलों में वायु प्रदूषण मुख्य कारण था।

 

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आईएआरसी में कैंसर निगरानी शाखा के प्रमुख फ्रेडी ब्रे ने कहा, ‘धूम्रपान की आदतों में बदलाव और वायु प्रदूषण के संपर्क में आना फेफड़े के कैंसर के जोखिम में के मुख्य निर्धारकों में से हैं।' फेफड़ों का कैंसर आज कैंसर से संबंधित मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है।

 

बचाव के तरीके

  • धूम्रपान छोड़ दें।
  • मास्क का सही इस्तेमाल करें।
  • वायु प्रदूषण से बचने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
  • पैसिव स्मोकिंग से बचें।
  • पौष्टिक आहार खाएं।

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