खराब लाइफस्टाइल, घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना, एक्सरसाइज नहीं करने की आदत, खराब पॉश्चर और मोटापे की वजह से बैक पैन की समस्या आम हो गई है। आज के समय में कमर दर्द की समस्या से ज्यादातर लोग जूझ रहे हैं। कभी कभी हल्क कमर दर्द होना सामान्य है लेकिन अगर लंबे समय से दर्द की समस्या है तो यह परेशानी की बात है।
कमर दर्द को ठीक करने के लिए आप दवाइयों, फिजियोथेरेपी के साथ- साथ योगासन भी कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको लंबे समय से कमर दर्द की समस्या है तो इन योगासनों को करने से पहले अपने डाक्टर की सलाह जरूर लें।
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कैट काऊ पोज
इस आसन को करने से कमर पर जोर पड़ता है। इसे लगातार करने से फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। इसे रोजाना 15 मिनट करने से आपको कमर दर्द से आराम मिलेगा।

कैसे करें कैट काऊ पोज- सबसे पहले अपने हाथों और घुटनों के बल जमीन पर आ जाएं। इसे टेबलटॉप पॉजिशन कहते हैं।
सांस अंदर लें और धीरे से पीठ को नीचे की ओर झुकाएं। सिर और शरीर को ऊपर की ओर उठाए इसे काऊ पोज कहते हैं। अब सांस छोड़ते हुए अपनी रीढ़ की हड्डी को ऊपर की ओर लें जाएं। ठुड्डी को सीने से लगाएं और पेट को अंदर की ओर खींचे। यह कैट पोज है।
इस योगासन को करने से पीठे के ऊपरी और निचले हिस्से में तनाव कम होता है। साथ की शरीर का पॉश्चर सुधरता है।
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बलासन
इसे चाइल्ड पोज भी कहा जाता है। इस आसन में अपने घुटनों को मोड़ के अपनी एड़ी पर बैठे और अपने हाथों को आगे की तरफ स्ट्रेच करें। इस पोज में 1 से 3 मिनट तक के लिए रखें।

फायदा
धीरे धीरे कमर के नीचले हिस्से को स्ट्रेच करें।
इससे तनाव और थकान कम होता है।
इस आसन को करने से मन शांत रहता है।
अधोमुख शवासन

अधोमुख शवासन करने से पीठ की मांसपेशियां स्ट्रेच होती है। यह आसन पीठ, कंधों और बाजुओं को मजबूत बनाता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
सलंब भुजंगासन

सलंब भुजगासन पीठ को मोड़ने वाला आसन है। इसमें शरीर के ऊपरी हिस्से को कोहनियों के सहारे उठाया जाता है। यह भुजंगासन का आसान रूप है। इसे करने से पीठ के निचले हिस्से को आराम मिलता है।
कोबरा पोज

कोबरा पोज को भुजंगासन कहा जाता है। इसे करने से पीठ मजबूत होती है। साथ ही पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। इसक आसन को करने से रीढ़ की हड्डी और पीठ दर्द से राहत मिलती है।