एंटी-नारकोटिक्स एजेंसियों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। उन्होंने गुजरात तट के पास 15 नवंबर को करीब 700 किलोग्राम 'मेथाम्फेटामाइन' ज़ब्त किया है और इस मामले में आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक बयान में कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर 'सागर मंथन-4' कोड नाम से यह ऑपरेशन शुरू किया गया था। इसमें कहा गया कि नौसेना ने अपने समुद्री गश्ती उपकरणों को तैनात करके एक जहाज की पहचान की और उसे रोक लिया। यह ऑपरेशन एनसीबी, नेवी और गुजरात पुलिस आतंकवाद-निरोधी दस्ते के साथ मिलकर किया गया।
अमित शाह ने की तारीफ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि यह ऑपरेशन "सरकार की अपने विज़न के प्रति प्रतिबद्धता और इसे प्राप्त करने में हमारी एजेंसियों के बीच बेहतरीन समन्वय का एक शानदार उदाहरण है।"
शाह ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पीएम श्री @narendramodi जी के ड्रग-मुक्त भारत के विज़न का अनुसरण करते हुए, हमारी एजेंसियों ने आज गुजरात में एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया और लगभग 700 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित मेथ जब्त किया।"
ड्रग सिंडीकेट की जांच जारी
एनसीबी ने कहा कि इससे जुड़े ड्रग सिंडिकेट के सभी तरह के संबंधों की पहचान करने के लिए जांच जारी है, जिसके लिए विदेशी ड्रग्स कानून प्रवर्तन एजेंसियों (डीएलईए) की मदद ली जा रही है।
क्या है 'ऑपरेशन ‘सागर मंथन’
एनसीबी ने इस साल की शुरुआत में ऑपरेशन ‘सागर मंथन’ शुरू किया था। इस टीम में इसके ऑपरेशन ब्रांच के अधिकारी और भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और एटीएस गुजरात पुलिस के ऑपरेशन/खुफिया विंग के अधिकारी शामिल थे। इसका उद्देश्य अवैध ड्रग्स की समुद्री तस्करी से राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे का मुकाबला करना था।
खबरों के मुताबिक, एनसीबी ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ समन्वय में इस तरह के समुद्री अभियानों की एक सीरीज़ शुरू की है और अब तक लगभग 3,400 किलोग्राम विभिन्न मादक दवाओं और साइकोट्रॉपिक पदार्थों को जब्त किया गया है और तीन मामलों में 11 ईरानी नागरिकों और 14 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो सभी मुकदमे की प्रतीक्षा में जेल में बंद हैं।