बढ़ती ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते हर साल धरती का तापमान बढ़ता जा रहा है। इस बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऐलान किया है कि अब AC चलाने के लिए नियम तय किए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि AC को 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से ज्यादा के तापमान पर नहीं चलाने दिया जाएगा। उन्होंने बताया है कि सबसे पहले यह काम सरकारी इमारतों से शुरू किया जाएगा। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल पूरा होने के मौके पर मनोहर लाल खट्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने अपने मंत्रालय से जुड़ी आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
अपने मंत्रालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि ऊर्जा के उत्पादन, खपत और निर्यात में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। बिजली की बर्बादी रोकने के लिए भी ऊर्जा मंत्रालय कदम उठा रहा है और इसी के तहत स्मार्ट मीटर और प्रीपेड मीटर जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले सरकारी संस्थाओं में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे ताकि जनता को भी इस पर भरोसा हो।
तय होंगे AC चलाने के नियम
AC के स्टैंडर्डाइजेशन का जिक्र करते हुए मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'AC के स्टैंडर्डाइजेशन का प्रयोग किया जा रहा है, इसे बहुत जल्द लागू किया जाएगा। अब AC का मानक तापमान 20 से 28 डिग्री के बीच रहेगा यानी अब 20 डिग्री से नीचे और 28 डिग्री से नीचे AC नहीं चलाया जा सकेगा। जल्द ही इसे लागू करने की तैयारी है। कई देशों में इस तरह के मानक पहले से हैं। अगर यह प्रयोग सफल होता है तो इस पर काम और किया जाएगा। हम लोगों को भी सुझाव दिए गए थे कि 24 डिग्री किया जाए लेकिन हमने फिलहाल 20 डिग्री ही रखा गया है।'
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ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि AC के नियमों को तय करने के लिए अलग-अलग कंपनियों से भी राय ली जा रही है। इस बारे में दक्षिण भारत के राज्यों ने सुझाव भी दिया है कि इसमें ह्यूमिडिटी का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने यह भी बताया है कि इसी के हिसाब से कार के AC के नियम भी तय किए जाएंगे।
बिजली की अहमियत का जिक्र करते हुए मनोहर लाल खट्टर ने कहा, '2013-14 में पीक डिमांड 130 गीगावाट थी और 2024-25 में यह लगभग डबल होकर 250 गीगावाट पहुंच गई। हमने अनुमान लगाया था कि 2025-26 में 270 गीगावाट तक जा सकती है। 9 जून को 241 गीगावाट तक पीक डिमांड पहुंच गई थी। हम 270 गीगावट तक पीक डिमांड के लिए तैयार हैं।'
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सरकारी दफ्तरों में स्मार्ट मीटर की तैयारी
स्मार्ट मीटर के बारे में मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'हमने स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत 2022-23 में की थी। तब हर दिन 4000 स्मार्ट मीटर लगाए जाते थे। अब हम हर दिन 1 लाख 15 हजार मीटर प्रति दिन लगा रहे हैं। हमें 19 करोड़ मीटर लगाने हैं जिसमें से 3.19 करोड़ मीटर लगा चुके हैं। आने वाले समय में स्पीड बढ़ाएंगे और जल्द ही इस काम को पूरा करेंगे। हमने तय किया है कि 31 अगस्त 2025 तक सभी सरकारी दफ्तरों और सरकारी कॉलोनियों के मीटर प्रीपेड किए जाएंगे।'
परमाणु ऊर्जा पर क्या है प्लान?
देश में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के बारे में मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'हम परमाणु ऊर्जा पर ध्यान दे रहे हैं। अभी तक इससे 8 गीगावाट का उत्पादन होता है। 15 गीगावाट तक के प्रोजेक्ट अप्रूव किए गए हैं। 2047 तक 100 गीगावाट हमारा टारगेट है, इसलिए हमने अभी से योजना बनाई है क्योंकि इसमें ज्यादा समय लगता है। अभी के लिए कोई प्रोजेक्ट शुरू करने में 13 साल का समय लगता है और हम इसे कम करने के लिए काम कर रहे हैं ताकि यह 8-9 साल में पूरा करके चालू किया जा सके।'