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विमान हादसा: न साजिश, न बर्ड हिट, फिर कैसे हुआ हादसा? आ गई रिपोर्ट

AAIB ने अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान क्रैश पर 15 पेज की एक सरकारी रिपोर्ट सार्वजनिक की है। यह हादसा भारत में दशकों में सबसे घातक विमान दुर्घटना थी।

Ahmedabad Plane Crash

अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा।

अहमदाबाद में क्रैश हुए एयर इंडिया के विमान 171 हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है। शनिवार को देर रात एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 15 पेज की एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें चौंकाने वाला दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चला है कि टेकऑफ के दौरान दोनों इंजनों तक पहुंचने वाले ईंधन की सप्लाई अचानक बंद हो गई थी।

हादसे से ठीक पहले एक पायलट ने अपने साथी से पूछा, 'तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?' जिसका जवाब मिला, 'मैंने ऐसा नहीं किया।' हादसे के इतने दिनों बाद हुए इस खुलासे ने एक बार फिर सबको चौंका दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टेकऑफ के तत्काल बाद एक-एक करके दोनों इंजन बंद हो गए थे। अब कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला है कि पायलटों की अंतिम बातचीत क्या थी। 

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हादसे के दौरान क्या-क्या हुआ?

विमान हादसा 12 जून 2025 को हुआ। 260 लोग विमान में सवार थे, जो मारे गए। करीब 15 लोग, उस जगह मारे गए, जहां विमान का मलबा गिरा। रिपोर्ट में दी गई टाइमलाइन से पता चला कि सुबह करीब 8:08:42 बजे (यूटीसी) विमान 180 नॉट की अधिकतम गति पर था, तभी दोनों इंजनों के ईंधन स्विच एक सेकंड के अंतराल पर 'रन' से 'कटऑफ' स्थिति में चले गए। पायलटों ने कुछ सेकंड में फ्यूल सप्लाई फिर से शुरू करने की कोशिश की, लेकिन समय और ऊंचाई की कमी की वजह से दोबारा इंजन स्टार्ट ही नहीं हुए। विमान 8:09:11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया।  

अहम बातें, जिनके बारे में जानना जरूरी है

  • विमान का वजन सामान्य था
  • कोई पक्षी टकराने का सबूत नहीं मिला
  • फ्लैप और लैंडिंग गियर सही स्थिति में थे
  • थ्रॉटल लीवर लगभग निष्क्रिय स्थिति में थे
  • इमरजेंसी एनर्जी सोर्स, रैम एयर टरबाइन चालू हो गया था
  • ईंधन के नमूने सही पाए गए
  • विमान से मिले सीमित नमूनों की जांच चल रही है

हादसे की वजह क्या बताई गई है?

रिपोर्ट में अभी हादसे की सटीक वजह अब भी नहीं बताई गई है। साल 2018 में अमेरिका के विमानन प्राधिकरण (FAA) ने बोइंग 737 के फ्यूल स्विच में लॉकिंग समस्या की चेतावनी दी थी। यही बोइंग 787-8 में भी इस्तेमाल होता है। चेतावनी के बाद भी एयर इंडिया ने यह जांच नहीं की थी। यह वैकल्पिक जांच थी। विमान के मेंटिनेंस रिकॉर्ड में 2019 और 2023 में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल बदला गया था लेकिन फ्यूल स्विच से संबंधित कोई समस्या नहीं बताई गई।

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फ्यूल स्विच इतना जरूरी क्यों

किसी विमान के दोनों इंजनों में रन और कटऑफ दो पोजिशन होते हैं। जब विमान हवा में होता है, तब स्विच कटऑफ अगर बंद कर दिया जाए तो इंजन को होने वाली फ्यूल सप्लाई रुक जाती है। विमान का थ्रस्ट खत्म होने लगता है और इलेक्ट्रिक सप्लाई रुक जाती है। कॉकपिट के उपकरण बंद होने लगते हैं। 

जांच अब भी जारी है

AAIB प्रमुख जीवीजी युगंधर की अगुआई में जांच चल रही है। विशेषज्ञों की टीम में पायलट, इंजीनियर, एविएशन ट्रीटमेंट एक्सपर्ट और फ्लाइट रिकॉर्डर एक्सपर्ट शामिल हैं। हादसे में इकलौते जिंदा बचे शख्स विश्वास कुमार रमेश से भी सवाल-जवाब किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की गहन जांच की जा रही है। अभी बोइंग 787-8 या इसके इंजन में कोई बड़ी खामी नहीं पाई गई है।  

 

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